हरिद्वारःहरिद्वार में श्री पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़े की लाखों की संपति फर्जी वसीयत के जरिए बेचने की जानकारी मिली है. अखाड़े के महंत रघु मुनि दास ने हरिद्वार कनखल थाने में मुकदमा दर्ज कराया है. फर्जीवाड़े का आरोप अखाड़े के महंत के बेटे पर है. ये सिलसिला 10 नवंबर 2010 से 9 जुलाई 2017 तक चलता रहा.
अखाड़े के महंत रघु मुनि दास ने अपनी तहरीर में बताया कि अखाड़े के महंत महेंद्र दास की मृत्यु के बाद महंत राजेंद्र दास को अखाड़े का महंत बनाया गया था. लेकिन ब्रह्मलीन महेंद्र दास के सुपुत्र जोगेंद्र दास ने खुद को अखाड़े का महंत बताते हुए फर्जी वसीयत के जरिए हरिद्वार के बहादराबाद के शांतशाह और दौलतपुर में करीब 50 लाख से ज्यादा की संपत्ति बेच डाली. जमीन बेचने का सिलसिला 10 नवंबर 2010 से 9 जुलाई 2017 तक चलता रहा.