हरिद्वारःधर्मनगरी हरिद्वार में सफाई कर्मचारियों को अब जान जोखिम में डालकर सीवरेज मेनहोल की सफाई नहीं करनी पड़ेगी. अक्सर नालों की सफाई करते समय सफाई कर्मियों की मौत दम घुटने से हो जाती थी, लेकिन अब बैंडीकूट रोबोट के जरिए सीवरेज के मैनहोल की सफाई की जाएगी. इसके साथ ही अत्याधुनिक रोबोटिक मशीन के जरिए सीवर और मैनहोल की सफाई करने वाला उत्तराखंड देश का 16वां राज्य बन गया है. जबकि, हरिद्वार प्रदेश का पहला शहर है.
दरअसल, हरिद्वार में बीजेपी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने बैंडीकूट मैनहोल क्लीनिंग रोबोट (Bandicoot Manhole Cleaning Robot) का उद्घाटन किया. इस रोबोट में 36 कैमरे लगे हैं, जो सीवर लाइन के भीतर गहराई तक जाकर जाम की सही लोकेशन पता कर सकते हैं. रोबोट की ऑटोमेटिक भुजाएं 80 फीट गहराई तक जाकर फंसे कचरे को खींचकर बाहर भी निकाल सकती है. इसके इस्तेमाल से सफाई कर्मियों को सीवरेज लाइन में उतरने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
बैंडीकूट मैनहोल क्लीनिंग रोबोट का उद्घाटन. ये भी पढ़ेंःकोटद्वार और दुगड्डा में स्थापित होंगे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट
बीजेपी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और हरिद्वार शहर विधायक मदन कौशिक (Former BJP State President Madan Kaushik) का कहना है कि नाले की सफाई करने के लिए सफाई कर्मचारी को अंदर जाना पड़ता था. जिससे उनके जान का खतरा बना रहता था. इस मशीन के आने से उन्हें नाले में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. सफाई भी अच्छी तरीके से होगी. यह मशीन हरिद्वार शहर की सीवर और ड्रेनेज लाइन को साफ (Sewerage cleaning in Haridwar) करेगी. बैंडीकूट रोबोट सीवर में फंसे कचरे, पत्थर, रेत को निकालने में सक्षम है.
उत्तराखंड में बैंडीकूट मैनहोल रोबोट का इस्तेमाल, बना देश का 16वां राज्यःमदन कौशिक ने कहा कि सीवर और मैनहोल की सफाई के लिए अत्याधुनिक रोबोटिक मशीन का इस्तेमाल (Bandicoot Manhole Robot in Uttarakhand) करने वाला उत्तराखंड, भारत का 16वां राज्य बन गया है. जबकि, हरिद्वार उत्तराखंड का पहला शहर बना है. इस रोबोटिक मशीन को शहरवासियों को समर्पित किया है. अब इसकी सहायता से हरिद्वार में पहले से कम समय में सीवर की सफाई हो सकेगी.
वहीं, हरिद्वार सीडीओ प्रतीक जैन (Haridwar CDO Prateek Jain) का कहना है कि यह मशीन ऑटोमेटिक और मैनुअल दोनों तरीके से यूज की जा सकती है. इस मशीन को सीएसआर के माध्यम से खरीदी है. देश के कुछ नगर निगम में इस मशीन का प्रयोग किया जा रहा है. इस मशीन के माध्यम से 15 से 2 हजार नालों की सफाई की जा सकती है. इस मशीन का कार्य अच्छा रहा तो भविष्य में और भी मशीनें लाई जा सकती है. इस मशीन की कीमत 32 लाख रुपए है.