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जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा पहुंचा 66, कई लोगों की हालत अभी भी गंभीर - हरिद्वार न्यूज

शुक्रवार तक 17 लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हुई थी, लेकिन शनिवार सुबह बिंदुखड़क के रहने वाले दो लोगों मनीष और कुलबीर ने सिडकुल स्थिति एक अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. जिससे मौत का आंकड़ा पहुंचकर 20 हो गया है.

Roorkee hooch tragedy

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Published : Feb 9, 2019, 6:59 PM IST

रुड़की: उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में जहरीली शराब पीने से मरने वालों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. ताजा रिपोर्ट के मुताबिक अब तक रुड़की में 19 और सहारनपुर में 46 लोगों की मौत हो गई है. वहीं कई लोगों की हालत अभी भी गंभीर बताई जा रही है.

मामले में एएसडीएम रुड़की रविंद्र सिंह ने बताया कि शुक्रवार तक 17 लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हुई थी, लेकिन शनिवार सुबह बिंदुखड़क के रहने वाले दो लोगों मनीष और कुलबीर ने सिडकुल स्थिति एक अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. जिससे मौत का आंकड़ा पहुंचकर 19 हो गया है. वहीं 33 लोगों का इलाज अभी भी जारी है. गंभीर मरीजों को ऋषिकेश और देहरादून के अस्पताल में रेफर किया जा रहा है.

रुड़की में बढ़ता रहा मरने वालों का आंकड़ा.


वहीं, सहारनपुर जिला प्रशासन के मुताबिक वहां पर 46 लोगों की मौत अब तक जहरीली शराब की वजह से हुई है. जबकि कई लोगों की हालत अभी भी गंभीर है. सहारनपुर डीएम के मुताबिक उत्तर प्रदेश पुलिस उत्तराखंड पुलिस के साथ मिलकर मामले की जांच कर रही है.

इस तरह से बिगड़े हालात
आपको बता दें कि भगवानपुर क्षेत्र के बालूपुरा गांव में बीते दिन तेरहवीं का कार्यक्रम था. जिसमें आसपास के गांव के लोग शामिल होने पहुंचे थे. इस दौरान मेहमानों को कच्ची शराब भी परोसी गई थी. बुधवार की देर रात सभी लोग अपने अपने घर लौट गए, लेकिन गुरुवार को शराब पीने वाले अधिकतर लोगों की हालात बिगड़ गई, जिन्हें आनन-फानन में रुड़की के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती कराया गया. मरने वाले लोग भगवानपुर क्षेत्र के आसपास के रहने वाले बताए जा रहे हैं.

13 अधिकारियों पर गिर चुकी है गाज
यूपी और उत्तराखंड से सटे रुड़की के भगवानपुर थाना क्षेत्र के बालूपुर गांव में तेरहवीं के कार्यक्रम में कच्ची शराब पीने से मौत के मामले में आबकारी मंत्री ने बड़ा एक्शन लिया है. मंत्री प्रकाश पंत ने आबकारी निरीक्षक समेत 13 अधिकारियों को निलंबित करते हुये पूरी घटना के मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिये हैं.

कई परिवारों के सामने खड़ा हुआ रोजी रोटी का संकट
झबरेड़ा क्षेत्र के ग्रामीणों के मुताबिक मृतकों में कई लोग ऐसे हैं जो परिवार में अकेले कमाने वाले थे. जिस वजह से कई परिवारों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है. ऐसे में अब मृतकों के परिजनों को सरकार से मुआवजे की उम्मीद है.

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