रुड़की:सूफी संतों की नगरी पिरान कलियर में लॉकडाउन के बीच साबिर साहब की दरगाह पर लंगर जारी है. दरगाह पर इंसान भूखा उठ तो रहा है, लेकिन भूखा नहीं सो रहा है. दरगाह पर बाहर से आए जो जायरीन फंसे हुए हैं, वो अपना पेट लॉकडाउन के समय में लंगर से भर रहे हैं. आसपास के क्षेत्र के जिन लोगों की आर्थिक स्थिति खराब बनी हुई है, वो लोग भी दरगाह में लगे लंगर में खाना खा रहे हैं.
दरअसल, किंवदंती है कि साबिर साहब ने 12 साल तक भूखे रहकर सिवाय गूलर के कुछ नहीं खाया था. अपनी इबादत में मशगूल रहे और अल्लाह को राजी करते रहे. साबिर साहब के कई किस्से भी भूख को लेकर मशहूर हैं. इसकी एक मिसाल लॉकडाउन में देखने को मिल रही है. दरगाह पर आए हुए जायरीन को किसी भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा है. उन्हें लंगर में खाना खिलाया जा रहा है.