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लक्सर सेठपुर गांव में लोगों के सूख रहे हलक, दो महीने से पानी ना आने से ग्रामीणों में रोष - लक्सर सेठपुर गांव

लक्सर सेठपुर गांव में दो महीने से पानी ना आने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बताया जा रहा है कि बिल ना भरने पर ऊर्जा निगम ने बिजली काट दी, जिसके बाद हालात दिनों-दिन बदत्तर होते जा रहे हैं.

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Published : Apr 5, 2023, 8:41 AM IST

लक्सर:सेठपुर गांव में पेयजल योजना पर लाखों का बिल बकाया होने पर ऊर्जा निगम ने बिजली काट दी. जिसके चलते लोग दो महीने से पीने के लिए तरस रहे हैं. विधायक व सांसद से गुहार लगाने के बावजूद बिजली चालू नहीं हुई. गुस्साए ग्रामीणों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ धरना-प्रदर्शन कर रोष जताया.

पानी को लेकर ग्रामीण मुखर:लक्सर ब्लॉक के सेठपुर गांव में करीब दस साल पहले पेयजल योजना चालू की गई थी. इससे गांव के करीब डेढ़ सौ परिवारों को पीने का शुद्ध पानी मिलता था. लेकिन कनेक्शन धारकों ने जलकर अदा नहीं किया. इसके चलते योजना पर बिजली का करीब साढ़े आठ लाख का बिल बकाया है. दो महीने पहले ऊर्जा निगम ने बिजली कनेक्शन काट दिया, जिसके बाद लोगों को पानी मिलना बंद हो गया. इस बारे में उपभोक्ताओं ने प्रधान से बात की, लेकिन पंचायत के पास इतना पैसा न होने के कारण बिल जमा नहीं हो सका. मामला संज्ञान में आने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने क्षेत्रीय विधायक व सांसद से बात की. लेकिन दो महीने बाद भी कनेक्शन चालू नहीं हुआ. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पेयजल योजना के परिसर में ग्रामीणों के साथ सांकेतिक धरना देकर रोष जताया.
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पुलिस चौकी को लेकर विरोध: लक्सर क्षेत्र की सुल्तानपुर नगर पंचायत में गांव के बीच पुलिस चौकी बनाए जाने का ग्रामीणों ने विरोध किया. जबकि क्षेत्र स्थित सुलतानपुर नगर पंचायत में काफी लंबे समय से पुलिस चौकी बनी हुई है, जो कि लक्सर से हरिद्वार रोड पर एक प्राइवेट भवन में है. चौकी निजी जमीन में होने और जगह कम होने से सरकारी कार्यों में परेशानी आती है, जिसके कारण चौकी को स्थानांतरित किया जा रहा है. इसके लिए सुल्तानपुर में कई जगह चिन्हित की गई है. जिसमें से एक जगह सुल्तानपुर में बसाकत के बीच है. वहीं पर एक बारात घर और तालाब भी बना हुआ है, जिसमें चौकी को स्थानांतरित किया जा रहा है. जिसका ग्रामीण विरोध कर रहे हैं. वहीं ग्रामीण आजम भारती ने बताया है कि बसाकत के बीच चौकी का होना ठीक नहीं है, शादी समारोह में यहां बारात के रुकने की व्यवस्था की जाती है. रास्ता छोटा होने व भीड़भाड़ होने से कई तरह की दिक्कतें ग्रामीणों को होंगी. चौकी को गांव से हटकर बनाया जाना चाहिए.

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