हरिद्वारःआज (19 नवंबर) कार्तिक माह की पूर्णिमा पर चंद्रग्रहण (lunar eclipse) लगने जा रहा है. यह साल का आखिरी चंद्रग्रहण होगा. कोई भी ग्रहण हो यानी चंद्रग्रहण और सूर्यग्रहण, इसका प्रभाव राशियों पर पड़ता है. ऐसे में लोगों में यह जानने की उत्सुकता रहती है कि उनके राशि पर किस तरह का असर पड़ेगा. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने चंद्रग्रहण का देश और विभिन्न राशियों पर पड़ने वाले प्रभावों को लेकर ज्योतिषाचार्य मनोज त्रिपाठी बातचीत की.
ज्योतिषाचार्य मनोज त्रिपाठी (Astrologer Manoj Tripathi) ने बताया कि ने पूर्णमासी यानी पूर्णिया के दिन पड़ने वाला यह चंद्रग्रहण (lunar eclipse) भारत में मातृ छाया ग्रह के रूप में कहा जा सकता है. क्योंकि, भारत के अधिकतर हिस्सों में इस ग्रहण का किसी भी तरह का प्रभाव नहीं पड़ने वाला है. केवल अरुणाचल प्रदेश और असम के पूर्वी भाग में यह दोपहर में 3:49 से शुरू होगा. जो लगभग 3:30 घंटे तक रहेगा, लेकिन इसके सूतक पातक का किसी भी तरह का प्रभाव भारत में नहीं होगा.
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उसका यह कारण है, क्योंकि जिस समय यह चंद्रग्रहण भारत में लग रहा है. उस समय भारत में चंद्र उदय नहीं हुआ होगा. इसी तरह यदि चंद्र उदय ही नहीं हुआ है, तो किसी भी तरह से इसका प्रभाव भारत पर नहीं हो सकता है. भारत में इसका सूचक पातक या फिर किसी भी राशि पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. यह अमेरिका, अफ्रीका, लैटिन अमेरिका के कुछ हिस्सों में प्रभाव डालेगा.
इन राशियों पर पड़ेगा बुरा प्रभावःज्योतिषाचार्य मनोज त्रिपाठी ने बताया कि जो भी भारतीय सनातनी लोग भारत से बाहर अमेरिका, अफ्रीका या फिर लैटिन अमेरिका के हिस्सों में रह रहे हैं, वहां इसका प्रभाव देखने को मिलेगा. खासकर चंद्र प्रधान राशियों पर चंद्रग्रहण का प्रभाव ज्यादा देखने को मिलेगा.