हरिद्वार: आज जब पूरा विश्व कोरोना की मार झेल रहा है. इंसान, इंसानों के काम नहीं आ रहा है, ऐसी विषम परिस्थिति में एक 60 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने लावारिस जानवरों की देखरेख की जिम्मेदारी उठा ली है. कौशल्या देवी नाम की इस महिला ने अपने घर के आसपास घूमने वाले कुत्तों का पेट भरने की अनूठी पहल शुरू की है. जिस उम्र में लोगों को खुद खातिरदारी करवानी चाहिए उस उम्र में कौशल्या देवी लावारिस जानवरों को खाना बनाकर खिला रही हैं. इतना ही नहीं उन्होंने घायल कुत्तों के इलाज का बीड़ा भी उठाया है.
यह है पूरा मामला
धर्मनगरी हरिद्वार के कनखल स्थित चेतन देव की कुटिया में रहने वाली कौशल्या देवी खुद तो अकेली हैं, लेकिन दस से अधिक कुत्तों को पाल रही हैं. इनमें अधिकतर सड़क दुर्घटनाओं की चपेट में आए वो जानवर शामिल हैं जो खाने की तलाश में इधर-उधर भटक नहीं सकते. कौशल्या देवी के पति का पिछले साल निधन हो गया था. तीन बेटियां हैं जो शादीशुदा हैं और उन्हीं लोगों पर कौशल्या देवी के भरण-पोषण की जिम्मेदारी है.