हरिद्वार: प्रदेश में 17 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू हो रही है. ऐसे में प्रशासन की अधूरी तैयारियां श्रद्धालुओं के लिए परेशानी का सबब बन सकती है. विद्युत विभाग से लेकर जल संस्थान और यातायात को लेकर कोई कई कार्य अधूरे हैं, जिसके चलते यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.
17 जुलाई से शुरू होगी कांवड़ यात्रा, प्रशासन की अधूरी तैयारी बन सकती है परेशानी
धर्मनगरी में लगातार ई-रिक्शा का संचालन बढ़ता जा रहा है जो शहर में जाम का सबसे बड़ा कारण बन रहा है. कांवड़ यात्रा में ट्रैफिक को लेकर पुलिस हमेशा मुस्तैद रहती है, लेकिन इस बार अभीतक ई-रिक्शा का रूट तय नहीं किया गया है. जिसके चलते कांवड़ यात्रा के समय लोगों को जाम के झाम से दो-चार होना पड़ सकता है.
बता दें कि शहर में लगातार ई- रिक्शा का संचालन बढ़ता जा रहा है. जोकि शहर में जाम का सबसे बड़ा कारण बनता जा रहा है. कांवड़ यात्रा में ट्रैफिक को लेकर पुलिस हमेशा मुस्तैद रहती है, लेकिन इस बार अभी तक ई- रिक्शा का रूट तय नहीं किया गया है. जिसके चलते कांवड़ यात्रा के समय लोगों को जाम के झाम से दो-चार होना पड़ सकता है. वहीं, एसपी देहात नवनीत सिंह ने बताया कि सभी ई-रिक्शा चालकों के साथ बैठक की जाएगी और उनका रूट निर्धारण किया जाएगा, जिससे कांवड़ यात्रा को सुगम बनाया जा सके.
एसपी नवनीत सिंह ने बताया कि यात्रा के दौरान ई-रिक्शा को नहर पटरी पर भी नहीं चलने दिया जाएगा. साथ ही ई- रिक्शा चालक मेन हाई-वे पर न पहुंचे, इसके लिए भी कड़े इंतजाम किए जाएंगे. यात्रा में शिव भक्तों और आमजन को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी.