हरिद्वारःदारुल उलूम के प्रमुख और शीर्ष इस्लामिक धर्मगुरु मौलाना अरशद मदनी की निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि से हुई मुलाकात का काली सेना ने विरोध शुरू कर दिया है. काली सेना प्रमुख स्वामी आनंद स्वरूप ने कैलाशानंद गिरि की अरशद मदनी से मुलाकात को गलत करार दिया है. उनका कहना है कि जो लोग एक धर्म के खिलाफ बोलते हैं और आए दिन फतवे जारी करते हैं, उन्हें दक्षिण काली मंदिर में बुलाकर सम्मान दिया जाता है. जो सरासर गलत है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि कैलाशानंद गिरि को सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए.
काली सेना के प्रमुख स्वामी आनंद स्वरूप (Kali Sena founder Swami Anand Swaroop) ने कैलाशानंद गिरि पर निशाना साधते हुए कहा कि एक तरफ तो आप सनातन धर्म के सर्वोच्च पद निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर बनकर बैठे हुए हैं. जिनका कार्य सनातन धर्म और अखाड़ों से जुड़ी परंपराओं का प्रचार प्रसार करना है. वहीं, आप अपने पूजनीय स्थल दक्षिण काली मंदिर में ऐसे लोगों को बुला रहे हैं, जो दूसरे धर्म विशेष के हैं. उनके साथ बैठकर अपने धर्म से जुड़ी बातें कर रहे हैं. इसका हिंदू भाई बहनों पर क्या असर होगा? इसे भी सोचना चाहिए. उन्होंने कहा कि अखाड़ा परिषद और अखाड़े से जुड़े संतों से मांग करते हैं कि वो इस मामले को गंभीरता से लें.
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