लक्सर:नगर में शुगर मिल से होने वाले प्रदूषण में लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है. मिल की डिस्टलरी से निकलने वाले दूषित पानी और गंदगी के कारण गांव में संक्रमित बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ गया है. वहीं, स्थानीय लोगों ने कई बार इस शिकायत प्रशासन से की. लेकिन प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा. जिसके चलते ग्रामीणों में भारी आक्रोश है.
शुगर मिल के प्रदूषण ने लोगों की बढ़ाई मुश्किलें. बता दें कि लक्सर में शुगर मिल आबादी के बीचोंबीच स्थित है. मिल की डिस्टलरी से निकलने वाले दूषित पानी के कारण ग्रामीणों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है. लोगों का आरोप है कि मिल परिसर में डिस्टलरी स्थापित की गई है. जिससे से निकलने वाले दूषित केमिकल युक्त पानी को बिना ट्रीटमेंट खुले स्थानों पर निस्तारित कर दिया जाता है. जिससे क्षेत्र में संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ गया है. ग्रामीणों का कहना है कि मिल से होने वाले प्रदूषण से गांव में सांस लेना भी दूभर हो गया है. वहीं, गंदगी के कारण मच्छरों की तादाद भी बढ़ गई है. जिसके कारण डेंगू और मलेरिया पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ रही है. कई बार शासन-प्रशासन को इसकी शिकायत भी की गई लेकिन कोई भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है. पढ़ें:चमोली में अभी नहीं टली आफत, कई दुकानों पर मंडरा रहा खतरा
स्थानीय निवासी अजय वर्मा का कहना है कि मानकों को ताकर पर रखकर प्लांट संचालित किया जा रहा है. प्रदूषण के कारण ग्रामीणों में संक्रामक रोग फैलने का खतरा बढ़ गया है. इतना ही नहीं, शुगर मिल से निकलने वाले दूषित पानी के कारण ग्रामीणों की फसलें भी बरबाद हो रही है. जिसकी कई बार शासन-प्रशासनको लिखित शिकायत भी की जा चुकी है, लेकिन बावजूद इसके मिल प्रबंधन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.
वहीं, इस मामले में लक्सर एसडीएम पूरन सिंह राणा से बात की गई. तो उन्होंने बताया कि यह मामला अभी उनके संज्ञान में आया है. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम को मौके पर भेजा जाएगा, अगर मिल में किसी प्रकार की खामियां पाई जाती है. तो मिल प्रबंधन के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.