रुड़कीःसिविल अस्पताल के ब्लड बैंक (Blood Bank) में 30 लाख की लागत से खून की जांच करने वाली एक हाइटेक सीएलटी मशीन लगाई गई है. यह मशीन समय की बचत के साथ ब्लड को स्टॉक करने में भी मदद करेगा. ये मशीन एक साथ खून के सौ सैंपलिंग की जांच कर सकती है. जिन जांचों में दिनभर का समय लगता था, अब इस मशीन के जरिये मात्र एक घंटे में वो हो पाएंगी.
खून जांचने की हाइटेक मशीन. ब्लड चढ़ाने से पहले होती हैं 6 से ज्यादा जांच
दरअसल, ब्लड बैंक में जो भी खून लिया जाता है, उसे किसी मरीज को देने से पहले उसकी एचआईवी (HIV), एचसीवी (HCV), एचबीएसएजी (HBsAg), सिफलिस और मलेरिया आदि की 6 जांच की जाती हैं. ताकि यदि खून में इन बीमारियों में कोई भी पॉजिटिव आती है तो उस ब्लड को नष्ट कर दिया जाता है. ऐसे संक्रमित खून को मरीज को नहीं चढ़ाया जा सकता है.
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एक घंटे में 100 से ज्यादा सैंपल जांचेगी मशीन
ब्लड बैंक में ये जांच करने करने में लगभग एक दिन लग जाता है. सीएलटी मशीन के जरिये ये जांच मात्र एक घंटे में हो जाएंगी. वहीं, 30 लाख रुपये की कीमत की इस मशीन को इंस्टॉल कर दिया गया है. मशीन की खास बात है कि उसमें खून की करीब 500 विभिन्न जांच हो सकती हैं. ब्लड बैंक में होने वाली यह जांच भी मात्र एक घंटे से भी कम समय में हो जाएंगी. इतना ही नहीं इस मशीन में एक बार में 100 सैंपल लगाए जा सकते हैं. वहीं, मशीन का डेमो भी हो गया है.
ब्लड बैंक के प्रभारी डॉ. रजत सैनी ने बताया कि मशीन लगने से मरीजों को काफी राहत मिलेगी. ब्लड बैंक में कई बार किसी ग्रुप का ब्लड उपलब्ध नहीं होता है. ऐसे में किसी डोनर को उसी समय बुलाया जाता है और उसका ब्लड लिया जाता है. इसके बाद सभी जांच की जाती हैं. इसमें काफी समय लग जाता है. इससे मरीज की परेशानी बढ़ सकती है. ऐसी समस्याओं को भी ये मशीन दूर करेगी.
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हादसे और डिलीवरी केस में तत्काल खून की पड़ती है जरूरत
उन्होंने बताया सबसे ज्यादा दिक्कत दुर्घटना या फिर गर्भवती महिला की डिलीवरी वाले केस में आती है. उनमें कई बार तत्काल खून की जरूरत होती है. ऐसे समय में खून मिलने के बाद भी टेस्ट के कारण कई घंटे इंतजार करना पड़ जाता है, लेकिन इस मशीन से यह दिक्कत दूर हो जाएगी. मात्र 1 घंटे से पहले ही मरीज को खून मिल जाएगा.
वहीं, अस्पताल के सीएमएस डॉ. संजय कंसल ने बताया कि सरकार की ओर से करीब 30 लाख की लागत वाली सीएलटी मशीन को ब्लड बैंक में लगाया गया है. ऐसे में खून की जरूरत वाले लोगों को काफी फायदा मिलेगा. इससे पहले ब्लड टेस्ट करने में काफी समय जाया हो जाता था, ये समस्या तब और बढ़ जाती थी, जब ब्लड डोनेट कैंप से ज्यादा यूनिट ब्लड बैंक में आती थी. जिनकी जांच करने में ही एक से दो दिन का समय लग जाता था, अब ये सभी दिक्कतें दूर होंगी.