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सूतक से पहले बंद हुए धर्मनगरी के मंदिरों के कपाट, जानिए वजह - impact of solar eclipse on Haridwar temples

धर्मनगरी हरिद्वार में सूतक लगने से पहले ही मंदिरों के कपाट बंद कर दिये गये हैं. अब मंदिरों के कपाट सूर्य ग्रहण समाप्त होने के बाद खोले जाएंगे.

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सूतक से पहले ही बंद किये गये धर्मनगरी से मंदिरों के कपाट

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Published : Jun 20, 2020, 7:56 PM IST

Updated : Jun 20, 2020, 8:43 PM IST

हरिद्वार: 21 जून को साल का सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण है. रविवार के दिन ग्रहण का योग बनने के कारण इसे चूड़ामणि कंकण सूर्य ग्रहण कहा जा रहा है. बता दें सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले ही सूतक लग जाता है. जिसके चलते सभी मठ मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं. मगर इस बार हरकी पैड़ी पर सूतक लगने से पहले ही सभी मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए हैं

सूतक से पहले बंद हुए धर्मनगरी के मंदिरों के कपाट.

दरअसल, प्रशासन ने हरिद्वार में 7 बजे से लॉकडाउन की गाइडलाइन जारी की है. जिसके कारण हरकी पैड़ी पर समय से पहले ही सभी मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए हैं. पंडित अमित शास्त्री ने बताया कि कल हरिद्वार में साढ़े दस बजे से सूर्य ग्रहण प्रारंभ होगा. ये सूर्य ग्रहण 1:51 मिनट पर ग्रहण समाप्त होगा. ग्रहण की समाप्ति के बाद गंगाजल से मंदिरों की धुलाई की जाएगी. प्रतिमाओं को स्नान कराने के बाद दोपहर 2.30 पर मां गंगा की आरती की जाएगी.

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हरकी पैड़ी की प्रातः कालीन मंगला आरती कल दोपहर ढाई बजे की जाएगी. उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा जारी की गई गाइडलाइन के नियमों को पालन करते हुए सभी मंदिरों के कपाट सूतक से पहले ही बंद कर दिए गए हैं.

Last Updated : Jun 20, 2020, 8:43 PM IST

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