हरिद्वार:एसपी क्राइम हरिद्वार प्रदीप राय ने मानवीयता दिखाई है. उन्होंने सड़क दुर्घटना में घायल दंपति और उनकी 4 साल की बेटी को आपने वाहन से अस्पताल पहुंचाया है. समय से अस्पताल पहुंचने से उनकी जान बच गई. अब उनकी हालत में सुधार है. अब एसपी क्राइम प्रदीप राय की लोग सराहना कर रहे हैं.
दरअसल, हरिद्वार के बीएचएएल क्षेत्र में बीती रात हुई एक दुर्घटना में बाइक सवार मोहन कश्यप, पूनम कश्यप और उनकी 4 साल की बेटी गंभीर रूप से घायल हो गए. घायल परिवार के लोग सड़क पर पड़े थे, लेकिन किसी ने भी उन्हें अस्पताल पहुंचाने की जहमत नहीं उठाई. इसी बीच प्रदीप राय अपने आवास रोशनाबाद की ओर जा रहे तभी उनकी नजर भीड़ पर गई.
हरिद्वार के एसपी क्राइम का मानवीय चेहरा. उन्होंने तत्काल अपनी गाड़ी रुकवाई और पूरे मामले की जानकारी ली. रात लगभग साढ़े 9 बजे एसपी ट्रैफिक ने बिना देरी किए न सिर्फ घायल दंपति और बच्चे को अपने वाहन से सिटी अस्पताल भर्ती कराया, बल्कि घायलों को हर संभव सहायता का आश्वासन भी दिया.
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जानकारी मिली है कि साइकिल सवार को बचाने के चक्कर में बाइक सवार दंपति हादसे का शिकार हो गये. दुर्घटना में पति के सिर व नाक में गंभीर चोट आई है. उनकी पत्नी के पैर की हड्डी टूट गई. चिकित्सक की सलाह पर अग्रिम उपचार हेतु हिमालयन हॉस्पिटल (जौलीग्रांट) रेफर किया गया. फिलहाल तीनों का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
प्रदीप राय को कल ही IPS बनाने का आदेश आया था. उत्तराखंड पुलिस सर्विस की डीपीसी का उन्हें तोहफा मिला था. वर्तमान में प्रदीप हरिद्वार एसपी ट्रैफिक और क्राइम हैं. वो 2002 बैच के PPS हैं. उन्होंने 2005 में उत्तराखंड पुलिस ज्वाइन की थी. राय दिसंबर 2006 में उधमसिंह नगर के रुद्रपुर में सीओ सिटी पद पर तैनात रहे. 2007 में उत्तरकाशी पोस्टिंग मिली. 2008 में हरिद्वार जिले के मंगलौर के सर्किल ऑफिसर (CO) रहे. इसके बाद प्रदीप राय उधमसिंह नगर जिले के बाजपुर और रुद्रपुर में सीओ सिटी रहे. इसके बाद प्रदीप राय पुलिस मुख्यालय में तैनात रहे. यहीं से वो देहरादून में एसपी ट्रैफिक रहे और उसके बाद देहरादून SP सिटी रहे.
प्रदीप राय मूल रूप से उत्तर प्रदेश के वाराणसी मंडल के गाजीपुर के रहने वाले हैं. उन्होंने गोरखपुर से बीएससी की. इलाहाबाद से LLB और LLM किया है. पढ़ाई पूरी करने के बाद पुलिस की नौकरी से पहले सेबी के लॉ अफसर रहे.