हरिद्वार: उत्तराखंड सचिवालय में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने वालों का किस कदर फैला हुआ है कि दिनोंदिन ठगी के शिकार लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है. ऐसे में कोतवाली ज्वालापुर क्षेत्र में रहने वाले एक युवक से भी सचिवालय में नौकरी लगाने के नाम पर 80 हजार रुपये की ठगी हुई है. जिसके बाद पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है.
कोतवाली ज्वालापुर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, अदनान निवासी मोहल्ला लोधामंडी ज्वालापुर ने शिकायत देकर बताया कि 18 मई को जानआलम निवासी खंडजा कुतुबपुर, लक्सर उनके घर आया और खुद की देहरादून सचिवालय में अच्छी बात होने का दावा करते हुए उसकी नौकरी सचिवालय में लगवाने की बात कही. वहीं, आरोपी ने विश्वास दिलाया कि यदि वह चाहे तो उसकी नौकरी सचिवालय में लग सकती है लेकिन इसके लिए ऊपर बैठे कुछ अधिकारियों को थोड़ा पैसा देना होगा, जिसके बाद उसकी नियुक्ति हो जाएगी.
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आरोप है कि देहरादून सचिवालय में नौकरी लगवाने के लिए उसने 80 हजार रुपये की मांग रखी. जिसके बाद उसे 50 हजार पहले और 30 हजार बाद में देने के लिए कहा. जिसके बाद युवक ने उसे पैसे दे दिए. लेकिन उसके बाद भी जब नौकरी नहीं लगी तो उसने पैसे वापस करने का दबाव बनाया. लेकिन न तो पैसे वापस किए न नौकरी लगवाई. ऐसे में पीड़ित ने जब आरोपी से पैसे वापस देने की मांग की तो वह उसे जान से मारने की धमकी दे रहा है. ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. इस मामले की जांच की जा रही है.
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पूर्व प्रधान का शांति भंग में चालान:हरिद्वर में जिला पंचायत चुनाव समाप्त हो गए है. बावजूद इसके अभी भी चुनावी रंजिश लगातार जारी है. गुरुवार देर रात पदार्था-धनपुरा दो सीट से जिला पंचायत सदस्य चुनी गई दर्शाना के घर उसके करीबी पूर्व ग्राम प्रधान नजाकत अली ने जमकर हंगामा काटा. आरोप है कि पूर्व प्रधान ने घर में तोड़फोड़ भी कर दी. वहीं, सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने पूर्व प्रधान को हिरासत में लेने के बाद उसका शांतिभंग करने के आरोप में चालान कर दिया.
हालांकि, इस मामले में जिपं सदस्य ने पुलिस को कोई लिखित शिकायत नहीं की है. प्रभारी निरीक्षक मुकेश चौहान ने बताया कि पूर्व प्रधान का शांतिभंग करने के आरोप में चालान कर दिया गया, पंचायत सदस्य के घर हंगामा तोड़फोड़ करने की वजह पता नहीं चल सकी है. कई बार कहने के बाद भी जिला पंचायत सदस्य ने आरोपी के खिलाफ थाने में तहरीर नहीं दी है.