हरिद्वार: कनखल थाना क्षेत्र में बीती 20 मई को हुए राजदुलारी हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. हालांकि अभी एक आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है. कनखल थाने में एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस का पूरे मामले की जानकारी दी. एसपी ने बताया कि हत्याकांड के खुलासे के लिए पुलिस की 6 टीमें गठित की थी. घटना के खुलासे पर SSP ने पुलिस टीम को ढाई हजार रूपए नकद पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की है.
चोरी की घटना को अंजाम देने की फिराक में थे आरोपी
पुलिस के मुताबिक कनखल थाना प्रभारी कमल कुमार लुंठी को मुखबिर से सूचना मिली कि मिस्सरपुर में राजदुलारी हत्याकांड को अंजाम देने वाले तीन बदमाश खोखरा तिराहे पर मौजूद हैं. साथ ही जगजीतपुर क्षेत्र में चोरी की घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं. सूचना पर कार्रवाई करते हुए थाना प्रभारी ने पुलिस बल को साथ लेकर तीनों बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया.
भिखारी बनकर करते थे रेकी
पुलिस जांच में आरोपियों ने बताया कि वह सभी लोग दिन में शनिदान और अन्य तरह से भीख मांगने का काम करते हैं. दिन में रेकी करने के बाद रात को डकैती और लूट की घटना को अंजाम देते हैं. आरोपियों को राजदुलारी (80) ने कई बार दान भी दिया था. भीख मांगने के दौरान 20 मई को उन्होंने देखा कि राजदुलारी के घर में ताला लगा हुआ था. घर में ताला लगा देख उन्होंने लूट की योजना बनाई. बता दें कि बुजुर्ग महिला को कोरोना हो रखा था. पड़ोसी महिला को खाने देने जाते थे. वहीं खाना देने के बाद घर के बाहर ताला लगा देते थे.
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