हरिद्वार: धर्मनगरी में हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं. श्रद्धालु और स्थानीय लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए शहर में कई जगहों पर सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण कराया गया था लेकिन शहर के कुछ भीड़-भाड़ वाले इलाके ऐसे हैं, जहां नए शौचालयों का निर्माण तो दूर की बात है, बल्कि आज से 25-30 साल पहले तत्कालीन यूपी सरकार के समय में जिन सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण कराया था, आज उनका भी नामोनिशान मिट गया है.
हम बात कर रहे हैं हरिद्वार के मेन बाजार भल्ला रोड इलाके की. यहां पर उत्तर प्रदेश के शासनकाल में अर्ध कुंभ मेले के दौरान एक सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराया गया था. हालांकि, पहले हरिद्वार नगर पालिका और बाद में नगर निगम ने इस शौचालय की सुध नहीं ली और ये धीरे-धीरे जर्जर होता चला गया. वहीं, तीन साल पहले यानी साल 2016 में इसका नामोनिशान तक मिट गया. अब वहां कोई शौचालय ही नहीं है.
भल्ला रोड पर स्थित इस सार्वजनिक शौचालय को ये कहकर तोड़ा गया था कि इसकी जगह पर नया शौचालय बनाया जाएगा, लेकिन आजतक वहां कोई शौचालय नहीं बनाया गया है. इस शौचालय के टूटने से न सिर्फ स्थानीय व्यापारी खुले में शौच करने को मजबूर हैं, बल्कि नगर निगम की ये लापरवाही पीएम मोदी के स्वच्छ भारत मिशन को भी पलीता लगा रही है.