हरिद्वार:प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में हो रही बारिश और बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में साफ तौर से देखने को मिल रहा है. प्रदेश के मैदानी इलाकों में भी रात को तापमान न्यूनतम स्तर पर पहुंच रहा है. बात अगर हरिद्वार की करें तो यहां भी बढ़ती ठंड ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी हैं. सबसे ज्यादा परेशानी बाहर से आने वाले यात्रियों और खुले में रात गुजारने वाले लोगों को हो रही है. बढ़ती ठंड से निपटने के लिए नगर निगम द्वारा की जाने वाली व्यवस्थाओं को लेकर भी लोगों में नाराजगी है. जबकि, निगम का कहना है कि इनके द्वारा पहले ही सब तरह की व्यवस्थाएं की जा चुकी हैं.
धर्मनगरी होने की वजह से यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु मां गंगा में आस्था की डुबकी लगाने आते हैं, मगर पहाड़ों पर लगातार हो रही बर्फबारी और निचले इलाकों में कोहरे की वजह से हरिद्वार में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. गरीब लोगों के लिए और बाहर से आने वाले यात्रियों को ठंड से बचाने के लिए नगर निगम द्वारा बस अड्डा, रेलवे स्टेशन और आसपास के तमाम क्षेत्रों में अलाव की व्यवस्था की जाती है. मगर, इस बार नगर निगम के अधिकारी कुंभकरण की नींद सोए हुए हैं. इस बार कहीं पर भी नगर निगम ने अलाव की व्यवस्था नहीं की है.
ये भी पढ़ें:अलविदा 2020: जानें इस वर्ष उत्तराखंड की क्या रही उपलब्धियां ?
स्थानीय निवासियों का कहना है कि पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी की वजह से निचले इलाकों में काफी ठंड हो रही है. मगर, नगर निगम द्वारा अलाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. नगर निगम को जगह-जगह अलाव की व्यवस्था करनी चाहिए.
पढ़ें:2022 चुनावी दंगल: प्रदेश में AAP ने झोंकी ताकत, जोर आजमाइश के लिए तैयार