हरिद्वार: लगातार दूसरी बार हरिद्वार लोकसभा सीट सांसद बने रमेश पोखरियाल निशंक अब मोदी कैबिनेट का हिस्सा बनने जा रहे हैं. ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने खुद यह जानकारी दी है. जिसके बाद अब निशंक आज शाम को मंत्री पद की शपथ लेंगे. उम्मीद लगाई जा रही है कि निशंक को गंगा संरक्षण विभाग की जिम्मेदारी मिल सकती है.
राजनीतिक सफर
हरिद्वार लोकसभा सीट 1977 में बनी थी. साथ ही ये सीट 1997 से 2009 तक शेड्यूल कास्ट के लिए रिजर्व रही. इस सीट में 14 विधानसभाएं सम्मिलित हैं. पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल 'निशंक' शुरुआत से ही भाजपा से जुड़े रहे हैं. 1991 में वे पहली बार उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिए कर्णप्रयाग निर्वाचन-क्षेत्र से चुने गए. इसके बाद 1993 और 1996 में एक बार फिर से उसी निर्वाचन-क्षेत्र से चुने गए. वर्ष 1997 में उत्तर प्रदेश सरकार में कल्याण सिंह मंत्री मंडल में पर्वतीय विकास विभाग के कैबिनेट मंत्री रहे और 1999 में रामप्रकाश गुप्त की सरकार में संस्कृति एवं धर्मस्व मंत्री रहे.
वर्ष 2000 में उत्तराखण्ड राज्य निर्माण के बाद प्रदेश के पहले वित्त, राजस्व, कर, पेयजल सहित 12 विभागों के मंत्री रहे. वहीं, वर्ष 2007 में उत्तराखण्ड सरकार में चिकित्सा स्वास्थ्य, भाषा और विज्ञान प्रौद्योगिकी विभाग के मंत्री रहे. इसके बाद वर्ष 2009 से 2011 तक प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में काम किया. वर्ष 2012 में डोईवाला क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुए, जिसके बाद वर्ष 2014 में डोईवाला से इस्तीफा देकर हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र से सांसद के रूप में चयनित हुए.
सांसद रमेश पोखरियाल 'निशंक'
जन्म- 15 जुलाई
स्थान- पिनानी ग्राम, पौड़ी गढ़वाल, तत्कालीन उत्तर प्रदेश (अब उत्तराखण्ड)
पढ़ाई- हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल यूनिवर्सिटी, श्रीनगर, गढ़वाल से कला स्नातकोत्तर, पीएचडी (ऑनर), डी लिट् (ऑनर)
सांसद के रूप में पहली बार 'निशंक'
सांसद रमेश पोखरियाल 'निशंक' का सांसद के तौर पर ये पहला कार्यकाल है. इससे पहले रमेश पोखरियाल प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं. साथ ही पिछली बार रमेश पोखरियाल 'निशंक' की टक्कर कांग्रेस के कद्दावर नेता पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की पत्नी रेणुका रावत से थी. चुनाव में सांसद के खिलाफ बसपा से हाजी मोहम्मद इस्लाम, आम आदमी पार्टी से कंचन चौधरी और सपा से अनिता सैनी चुनाव मैदान में उतरी थी. इन मजबूत दावेदारों के बीच जनता ने अपना भरोसा सांसद रमेश पोखरियाल पर दिखाया और बहुमत देकर उनको विजयी बनाया.