हरिद्वार: कुख्यात गैंगस्टर सुनील राठी का हरिद्वार जेल में शिफ्ट होना मानो हरिद्वार के जेल प्रशासन के लिए उनकी राशि में शनि आने से कम नहीं है. दरअसल 16 अक्टूबर को कुख्यात गैंगस्टर सुनील राठी को तिहाड़ जेल से हरिद्वार से जेल में शिफ्ट किया गया. जिसके बाद से जेल प्रशासन की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. शुरू से ही जेल प्रशासन सुनील राठी को हरिद्वार जेल से शिफ्ट करने की मांग उच्च अधिकारियों से कर रहा है, लेकिन उस पर कोई भी जवाब या कार्रवाई नहीं हो रही है.
पता चला है कि अब तो आलम यह है कि सुनील राठी ने जेल में अपनी गैंग भी बना ली है. धीरे-धीरे उसने अपनी मांगें भी जेल प्रशासन के सामने रखनी शुरू कर दी हैं. मांद पूरी न होने पर जेल प्रशासन और जेल में बंद कैदियों के साथ मारपीट गाली गलौज भी शुरू कर दी है. जेल प्रशासन सिर्फ और सिर्फ अधिकारियों के पास जाकर गुहार लगाने के अलावा कुछ नहीं कर पा रहा है.
जेल में राठी ने शुरू किया जेल प्रशासन का विरोध, प्रवीण वाल्मीकि का मिला साथ:जेल प्रशासन से लगातार सुनील राठी अलग-अलग तरह की मांग कर रहा है. सबसे पहले सुनील राठी ने जेल में अपने लिए बेड की व्यवस्था करने की मांग की. जिसका हवाला देते हुए कहा गया कि सुनील राठी को कमर में दर्द रहता है. इस कारण उसे जेल में बेड मुहैया कराया जाए. इतना ही नहीं जब जेल प्रशासन ने यह बात नहीं मानी तो सुनील राठी ने अलग खाना बनाने और अपनी मुलाकातों को बढ़ाने के साथ-साथ मुलाकातों की सूचना किसी भी एलआईयू या फिर पुलिस को देने से मना किया. जिसके बाद जेल प्रशासन ने यह करने से साफ इंकार कर दिया. फिर क्या था सुनील राठी ने हरिद्वार की जिला जेल में जेल प्रशासन का विरोध करना शुरू कर दिया है. जिसमें उसका साथ हरिद्वार जेल पहले से बंद प्रवीण वाल्मीकि भी दे रहा है.
सुनील राठी ने प्रवीण वाल्मीकि के साथ मिलकर कैदी को पीटा:जेल प्रशासन द्वारा मनमानी ना करने दिए जाने और कोई भी मांग को ना माने जाने के बाद सुनील राठी ने अपने पुराने दोस्त प्रवीण के साथ मिलकर हरिद्वार के जेल प्रशासन का विरोध शुरू कर दिया है. जानकारी के अनुसार ना तो सुनील राठी अपनी बैरक में किसी को तलाशी करने दे रहा है. ना ही किसी को अपनी बैरक में आने की अनुमति दे रहा है. इतना ही नहीं जेल प्रशासन के स्टाफ के साथ सुनील राठी प्रवीण वाल्मीकि के साथ दुर्व्यवहार कर रहा है.
अब सूत्रों की मानें तो अभी 2 दिन पहले ही प्रवीण वाल्मीकि के साथ सुनील राठी ने जिला कारागार में बंद एक कैदी को पीटा तक है. जो कि जेल प्रशासन द्वारा चेकिंग के लिए भेजा गया था. इसकी शिकायत जेल अधीक्षक तब भी पहुंची, लेकिन राठी पर आखिर कार्रवाई करे भी तो कौन. क्योंकि सुनील राठी का खौफ ही इतना है.
हरिद्वार जेल में तैयार हुई नई राठी गैंग:सुनील राठी इससे पहले भी हरिद्वार की जिला कारागार में रह चुका है. इस कारण उसकी कई कैदियों से पहले से ही जान पहचान है. उसके बाद प्रवीण वाल्मीकि का हरिद्वार के जिला कारागार में साथ मिलने से सोने पर सुहागा है. अब आलम यह है कि सुनील राठी ने प्रवीण वाल्मीकि के साथ मिलकर जेल में ही अपनी एक गैंग तैयार कर ली है, जो फिलहाल अभी जिला कारागार में अपना वर्चस्व बनाने में लगी हुई है.
जेल में फोन से चलाना चाहता है अपना नेटवर्क:सुनील राठी का हरिद्वार जेल में आने का मकसद था कि तिहाड़ जेल में जो सुविधाएं सुनील राठी को नहीं मिल पा रही थीं, वह हरिद्वार जेल में आसानी से मिल जाएंगी. लेकिन हरिद्वार जेल में आकर भी सुनील राठी उन सुविधाओं से वंचित रहा. इस कारण अब सुनील राठी ने धीरे-धीरे अपने रंग दिखाने शुरू कर दिए हैं. जिसके बाद से जेल प्रशासन के लिए मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. सूत्रों की मानें तो सुनील राठी हरिद्वार जेल में फोन से अपना नेटवर्क चलाना चाहता है. उसे हरिद्वार जेल में और किसी चीज की आवश्यकता नहीं है, सिर्फ और सिर्फ एक फोन है जो सुनील राठी जेल के अंदर पाना चाहता है. लेकिन जेल प्रशासन सुनील राठी की इस इच्छा को पूरा नहीं होने दे रहा है. इसी कारण इन दिनों सुनील राठी और जेल प्रशासन में ठनी पड़ी है.
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जेल में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए बंद:जब से सुनील राठी का हरिद्वार की जिला कारागार में ट्रांसफर हुआ है, तब से जिला कारागार में कोई भी सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं हुआ. यह सिर्फ और सिर्फ सुनील राठी के जिला कारागार हरिद्वार में शिफ्ट होने के कारण है. इससे पहले हरिद्वार के जिला कारागार में कई कार्यक्रम हुआ करते थे, जिससे जेल में बंद कैदियों का मनोरंजन और स्ट्रेस भी कम होता था. आपसी भाईचारा बना रहता था. प्रोग्राम होने के कारण कैदी आपस में ही प्रोग्राम की तैयारियों को लेकर व्यस्त रहा करते थे. लेकिन जब से सुनील राठी हरिद्वार की जिला कारागार में आया है, तब से जेल में एक तरह से नकारात्मक माहौल बना हुआ है.
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जेल अधीक्षक ने क्या कहा: वहीं जब इस विषय पर ईटीवी भारत ने हरिद्वार के जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमारे द्वारा पहले ही उच्च अधिकारियों को सुनील राठी को यहां से शिफ्ट करने के लिए पत्राचार किया जा चुका है. उसके बाद मनोज कुमार आर्य ने फोन भी उठाना बंद कर दिया. जब उनसे पूछा गया कि जेल में किसी कैदी को सुनील राठी और प्रवीण वाल्मीकि ने मिलकर पीटा है, तो उन्होंने जवाब देना भी जरूरी नहीं समझा.