हरिद्वार में 40 लाख से ज्यादा कांवड़ियों के आने की उम्मीद. हरिद्वार:महाशिवरात्रि पर्व से पहले हरिद्वार में फागुन मास की कांवड़ यात्रा शुरू हो गई है. बड़ी संख्या में कांवड़िए गंगाजल भरने हरिद्वार पहुंच रहे हैं. हरिद्वार के जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे ने कांवड़ मार्ग का निरीक्षण किया और अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए. वहीं, एसपी सिटी की मानें को इस बार 40 लाख से ज्यादा कांवड़िए हरिद्वार पहुंच सकते हैं.
डीएम ने कांवड़ यात्रा की व्यवस्था जांची: डीएम विनय शंकर पांडे ने दावा किया कि कांवड़ यात्रा को लेकर प्रशासन द्वारा की गई तैयारी पुख्ता है और यात्रा स्मूथ चल रही है. साफ सफाई को लेकर नगर नगर निगम को सख्त निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही उन्होंने पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था होने का दावा किया. डीएम ने बताया कि जितने पुलिसकर्मी वर्दी में तैनात हैं, उतने ही सादी वर्दी में भी यात्रा पर नजर बनाए हुए हैं. प्रशासन किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार है.
खुदाई से जमीन हुई ऊबड़ खाबड़: जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे सबसे पहले शंकराचार्य चौक पहुंचे. यहां उन्होंने निरीक्षण के दौरान पाया कि जगह-जगह खुदाई करने की वजह से आसपास की भूमि ऊबड़-खाबड़ हो गयी है. इस पर उन्होंने कहा कि शंकराचार्य चौक दिल्ली से आने वाले नेशनल हाईवे का प्रवेश प्वाइंट है. उन्होंने मौके पर ही हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को निर्देश दिए कि एक महीने के भीतर शंकराचार्य चौक के आसपास की लैंड स्केपिंग कर चौक को सुन्दर बनाना सुनिश्चित किया जाए.
18 फरवरी को है महाशिवरात्रि: शंकराचार्य चौक का निरीक्षण करने के पश्चात जिलाधिकारी आसपास के पार्कों, लाइट व्यवस्था, पानी, शौचालय, साफ-सफाई, कानून-व्यवस्था आदि का निरीक्षण करते हुए हर की पैड़ी पहुंचे. यहां उन्होंने विभिन्न घाटों का निरीक्षण किया. घाटों की सम्पूर्ण व्यवस्थाओं का शारदीय कांवड़/महाशिवरात्रि पर्व की दृष्टि से जायजा लेते हुए अधिकारियों को सभी व्यवस्थायें चुस्त व दुरुस्त रखने के निर्देश दिए. उन्होंने एमएनए को ये भी निर्देश दिए कि आगामी 18 फरवरी को कांवड़/महाशिवरात्रि पर्व को देखते हुए घाटों सहित पूरे क्षेत्र की साफ-सफाई पर विगत कांवड़ मेला की तरह विशेष ध्यान दिया जाए.
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बिजली विभाग को दिए विशेष निर्देश: विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि पूरे मेला क्षेत्र में स्थाई प्रकाश व्यवस्था के साथ ही जहां पर आवश्यक है, वहां पर समुचित अस्थाई लाइट की व्यवस्था करना भी सुनिश्चित करें. पर्व/मेले की व्यवस्था से सम्बन्धित किसी भी कार्य में कहीं पर भी कोई ढिलाई न बरती जाए. डीएम ने कहा कि अव्यवस्था पाए जाने की स्थिति में सख्त कार्रवाई की जाएगी.
एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार ने बताया कि शारदीय कांवड़ की यातायात व्यवस्था के लिए रुट डाइवर्जन का प्लान पिछली 11 फरवरी से ही लागू कर दिया गया है. जिसमे नजीबाबाद की ओर से हरिद्वार आने वाले भारी वाहनों को वाया लक्सर से भेजा जा रहा है. साथ ही हरिद्वार से नजीबाबाद जाने वाले भारी वाहनों को भी वाया लक्सर ही भेजा जा रहा है. जबकि, जो हल्के वाहन नजीबाबाद की ओर से हरिद्वार आ रहे हैं, उन्हें नीलधारा ओर गौरीशंकर में ही पार्क कराया जा रहा है. ताकि शहर में वाहनों का भार कम रहे.
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उन्होंने बताया कि पिछले साल शरदीय कांवड़ में करीब 40-50 लाख कांवड़िए आए थे. इस बार इससे ज्यादा कांवड़िए आने की संभावना है. लिहाजा, उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारियों से भी लगातार टच में उनसे तालमेल बनाया जा रहा है. महाशिवरात्रि पर्व को सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस विभाग में सामाजिक संस्थाओं की व्यवस्था भी मांगी है. ताकि वो कांवड़ पटरी मार्ग पर भंडारों और पानी की व्यवस्था कांवड़ियों के लिए कर सकें.