हरिद्वार: उत्तराखंड में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. मरीजों के बढ़ने के साथ ही अस्पतालों की व्यवस्थाएं चौपट हो गई है. ऐसी ही एक तस्वीर आई है उत्तराखंड के हरिद्वार जिले से. यहां ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज में कोरोना संक्रमित मरीजों को भर्ती करने के लिए एक आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. यहां न तो सफाई की पर्याप्त व्यवस्था है और न ही मरीज को सही इलाज मिल पा रहा है. इससे जुड़ा एक वीडियो भी सामने आ आया है.
अस्पताल की व्यवस्था ध्वस्त. ये वीडियो आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किसी मरीज ने बनाया है, जो इस समय वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में मरीज साफ कहते हुए दिख रहे कि डॉक्टर उनका हालचाल नहीं ले रहे हैं. डॉक्टर मरीजों की ओर झांक तक नहीं रहे हैं. वहीं, शौचालय गंदे पड़े हुए हैं और अस्पताल प्रबंधन की तरफ से मरीजों को खाना तक भी नहीं दिया जा रहा है. वार्ड में जगह-जगह बारिश का पानी भरा हुआ है. महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय की व्यस्था भी नहीं है. बिजली की व्यवस्था भी यहां पर नाममात्र की है.
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इस वायरल वीडियो ने सरकार और स्वास्थ्य विभाग के दमाम दावों की पोल खोल दी है. मरीजों की आरोप है कि इलाज के नाम पर यहां सिर्फ मरीजों को एक कमरे में बंद कर दिया गया है. कोई भी उनकी सुध लेने वाला है.
हरिद्वार में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. जिसे काबू करने में स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के पसीने छूट रहे है. इसी को ध्यान में रखते हुए दो दिन पहले स्वास्थ्य विभाग ने ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज को एक पत्र लिखा था. जिसमें ऋषिकुल प्रशासन को कोरोना संक्रमितों की देखभाल के लिए नर्स और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को नियुक्ति करने का कहा गया था, लेकिन वायरल वीडियो को देखकर नहीं लगता कि ऋषिकुल प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग के इसी पत्र को गंभीरता से लिया होगा. हरिद्वार में अभीतक कोरोना के 981 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें 339 स्वस्थ हो चुके हैं. वहीं, एक्टिव केसों की बात की जाए तो वो अभी 634 हैं.