हरिद्वार: 31 अगस्त से शुरू हो रहे गणपति महोत्सव (Ganpati Mahotsav) को लेकर प्रशासन पहले से ही सख्त नजर आ रहा है. चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) और कांवड़ मेले (Kavad Mela) को सकुशल संपन्न कराने के बाद अब त्योहारों के सीजन शुरू हो रहे हैं. 31 अगस्त से गणेश उत्सव की शुरुआत हो जाएगी.
हरिद्वार में भी कई स्थानों पर भगवान गणेश की प्रतिमा की स्थापना की जाती है, जिसके बाद मूर्ति का विसर्जन मां गंगा में किया जाता था. जिसको लेकर प्रशासन इस बार अगल व्यवस्था करने जा रहा है. इसके लिए जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे ने नगर निगम के जगह चिन्हित कर मूर्ति विसर्जन के लिए प्वाइंट्स (Points for idol immersion) बनाने के निर्देश दिए हैं.
मूर्ति विसर्जन के लिए हरिद्वार प्रशासन की विशेष तैयारी. ये भी पढ़ें:रुद्रप्रयागः छिनका गांव में लैंडस्लाइड का मलबा कई घरों में घुसा, लोगों ने भागकर बचाई जान
जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे ने बताया कि जिस तरह से पिछले साल हमने नवरात्रों में मूर्ति विसर्जन की व्यवस्था की थी, उसको सुधार करके अबकी बार और प्वाइंट्स बनाकर हम गणेश भगवान की प्रतिमा के विसर्जन के लिए व्यवस्था करेंगे. इसके लिए नगर निगम को निर्देश दे दिए गए हैं कि वह सभी प्वाइंट्स पर सभी व्यवस्था करें.
उन्होंने कहा हम अबकी बार उन प्वाइंट्स पर गंगाजल भी भरवाआएंगे. ताकि आस्था के साथ भगवान गणपति का विसर्जन किया जाए. किसी को भी गंगा में मूर्ति विसर्जन करने की अनुमति नहीं (Immersion of idol in Ganga is not allowed) दी जाएगी. यदि कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.