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राजाजी पार्क से निकलकर रिहायशी इलाके में घुसा गुलदार, ट्रैंकुलाइज कर रेस्क्यू सेंटर ले जाया गया

जंगली जानवरों का रिहायशी इलाकों में आना लगातार जारी है. हरिद्वार कोतवाली क्षेत्र के इंडस्ट्रियल एरिया के मंदिर में गुलदार घुसने से हड़कंप मच गया. काफी मशक्कत के बाद गुलदार को ट्रैंकुलाइज कर पिंजरे में कैद किया जा सका.

गुलदार
रिहायशी इलाके में पहुंचा गुलदार

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Published : Dec 5, 2020, 2:20 PM IST

Updated : Dec 5, 2020, 7:43 PM IST

हरिद्वार: राजाजी टाइगर रिजर्व के जंगलों से जानवरों का रिहायशी इलाकों में आना लगातार जारी है. राजाजी नेशनल पार्क से सटे पुराने इंडस्ट्रियल एरिया में शनिवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब राजाजी पार्क से बाहर निकलकर एक गुलदार ने क्षेत्र में दस्तक दी. पुराना इंडस्ट्रियल एरिया क्षेत्र में स्थित मंदिर में यह गुलदार काफी देर तक चहलकदमी करता रहा.

क्षेत्र में बेरोकटोक गुलदार को घूमता देख स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल बन गया. आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने वन विभाग और राजाजी टाइगर रिजर्व के अधिकारियों को सूचना दी. मौके पर पहुंचे विभागीय अधिकारियों ने काफी मशक्कत के बाद गुलदार को ट्रैंकुलाइज कर पिंजरे में कैद किया. इसके बाद गुलदार को चिड़ियापुर रेस्क्यू सेंटर ले जाया गया. रेस्क्यू सेंटर में गुलदार का मेडिकल प्रशिक्षण कर गुलदार को वापस जंगल में छोड़ दिया जाएगा.

रिहायशी इलाके में पहुंचा गुलदार.

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रिहायशी इलाके में चहल कदमी कर रहे गुलदार का रेस्क्यू करने पहुंचे वन विभाग के रेंज अधिकारी दिनेश नौडियाल का कहना है कि यह क्षेत्र राजाजी टाइगर रिजर्व से सटा हुआ है, जिस कारण गुलदार जंगल से निकलकर इस क्षेत्र में आ गया था. क्षेत्र में जंगली जानवरों को आने से रोकने के लिए विभाग द्वारा व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा रहा है. आसपास और ग्रामीण क्षेत्रों में विभाग ने सोलर फेंस लगाया है, ताकि जंगली जानवरों को इलाके में आने से रोका जा सके.

वहीं, गुलदार को ट्रेंकुलाइज करने मौके पर पहुंचे पशु चिकित्सक डॉ अशोक ध्यानी का कहना है कि इस गुलदार की उम्र करीब 4 से 5 वर्ष है. यह एक मादा गुलदार है. बता दें कि ट्रेंकुलाइज करने वाली टीम का कार्य करीब आधे से एक घंटे का होता है जिसमें जंगली जानवर को बेहोश कर पकड़ा जाता है.

Last Updated : Dec 5, 2020, 7:43 PM IST

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