हरिद्वारःजल्दी पैसा कमाने के चक्कर में आदमी अपना कितना नुकसान कर जाता है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सिडकुल की एक बड़ी कंपनी में महाप्रबंधक के पद पर तैनात एक शख्स ने अपनी ही कंपनी के डेढ़ करोड़ रुपए हड़प लिए. इस मामले में कंपनी की ओर से आरोपी सीईओ सहित 2 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया गया है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
हरिद्वारः दवा फैक्ट्री के जीएम पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज, कंपनी को लगाया 1.5 करोड़ का चुना - GM of Haridwar pharmaceutical factory accused
हरिद्वार दवा फैक्ट्री के जीएम पर डेढ़ करोड़ रुपए की ठगी का आरोप लगाया है. कंपनी के मालिक ने जीएम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. आरोप है कि दवा फैक्ट्री के जीएम ने फैक्ट्री की दवाइयों को अपनी ही दो फैक्ट्रियों को सस्ते दामों में बेच दी.
सिडकुल थाना पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, रेवियां लाइफ साइंस प्राइवेट लिमिटेड (Revian Life Science Private Limited) के कानूनी सलाहकार गोविंद माहेश्वरी ने शिकायत देकर बताया कि आलोक शंकर तिवारी निवासी बहादराबाद दवा कंपनी में बतौर महाप्रबंधक के पद पर तैनात थे. आरोप है कि उन्होंने अपने एक साथी अमित कुमार के साथ मिलकर एक फ्रॉड को अंजाम दिया. आलोक शंकर ने फैक्ट्री में जीएम रहते हुए भगवानपुर में अपनी दो दवा की इकाइयां स्थापित की. इसकी जानकारी कंपनी को नहीं दी. कंपनी की करीब डेढ़ करोड़ की दवाइयों को जल्द एक्सपायर होने की जानकारी देकर अपनी ही दोनों कंपनियों को सस्ते दाम में बेच दी.
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इसके बाद कंपनी के ग्राहकों को कहा गया उक्त दवाएं भगवानपुर की दवा कंपनी से कम कीमत में मिलेंगी. कई महीनों तक चले इस खेल में महाप्रबंधक ने कंपनी को करीब डेढ़ करोड़ का चूना लगा दिया. इस बात की भनक लगते ही कंपनी के मालिक ने दोनों आरोपियों के खिलाफ न केवल सिडकुल थाने में मुकदमा दर्ज कराया, बल्कि अपने महाप्रबंधक को नौकरी से भी निकाल दिया. थानाध्यक्ष सिडकुल प्रमोद कुमार उनियाल ने बताया कि इस मामले में शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है. जांच रिपोर्ट के आधार पर आरोपियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई की जाएगी.