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शांतिकुंज में धूमधाम से मनाई गई गायत्री जयंती, लोगों ने जाना मंत्र का महत्व

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Published : Jun 13, 2019, 7:41 AM IST

गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पंड्या ने बताया कि इस दिन गायत्री और गंगा का धरती पर अवतरण हुआ था. इस दिन का इसलिए भी महत्व है, गंगा और गायत्री दोनों ही पवित्रता की प्रतीक हैं. मां गायत्री मनुष्य के अंतरंग की पवित्रता और मां गंगा बाहर की पवित्रता लाती हैं. गंगा दशहरा ये संदेश देता है कि हम सभी को अपने जीवन को बदलने और इसे पवित्र बनाने की कोशिश करना चाहिए.

शांतिकुंज में धूमधाम से मनाया गया गायत्री जयंती

हरिद्वार:नगर में स्थित अखिल विश्व गायत्री परिवार के हेडक्वार्टर शांतिकुंज में गायत्री जयंती का महापर्व धूमधाम से मनाया गया. इस अवसर पर बड़ी संख्या में गायत्री साधक पहुंचे. शांतिकुंज में सुबह से ही गायत्री यज्ञ, गायत्री मंत्र जाप अनुष्ठान कराए गए.

शांतिकुंज में धूमधाम से मनाया गया गायत्री जयंती


गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पंड्या ने बताया कि इस दिन गायत्री और गंगा का धरती पर अवतरण हुआ था. इस दिन का इसलिए भी महत्व है, गंगा और गायत्री दोनों ही पवित्रता की प्रतीक हैं. मां गायत्री मनुष्य के अंतरंग की पवित्रता और मां गंगा बाहर की पवित्रता लाती हैं. साथ ही कहा कि गंगा दशहरा ये संदेश देता है कि हम सभी को अपने जीवन को बदलने और इसे पवित्र बनाने की कोशिश करना चाहिए.

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उन्होंने कहा कि मां गायत्री के मंत्र एक वेद मंत्र हैं. इससे हमेशा सास्वत बना रहता है. कभी भी इसमें कोई बदलाव नहीं आता है. साथ ही उन्होंने कहा कि गायत्री मंत्र का अर्थ है कि भगवान हमें सन्मार्ग की ओर प्रेरित करें. गायत्री जयंती के अवसर पर मंत्र के जाप और गायत्री यज्ञ, हवन आदि करने से मां गायत्री प्रसन्न होती हैं. सभी की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.

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