हरिद्वारः गंगोत्री धाम से पशुपतिनाथ तक चलने वाली श्री गंगा कलश यात्रा हरिद्वार में रात्रि विश्राम के बाद आगे की यात्रा के लिए रवाना हुई. मंगलवार शाम को हरिद्वार पहुंची कलश यात्रा को गंगोत्री धाम के रावल शिव प्रकाश महाराज ने मनसा देवी चरण पादुका मंदिर लेकर पहुंचे थे. जहां से बुधवार को जल कलश यात्रा नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर जाने के अपने दूसरे पड़ाव मुरादाबाद के लिए रवाना हुई.
गंगा कलश यात्रा हरिद्वार से पशुपतिनाथ मंदिर के लिए रवाना, गंगोत्री के जल से होगा जलाभिषेक - गंगा जल से पशुपतिनाथ का जलाभिषेक
गंगोत्री धाम से पशुपतिनाथ तक चलने वाली श्री गंगा कलश यात्रा हरिद्वार से अपने अगले पड़ाव के रवाना हो गई है. श्रद्धालुओं ने मां गंगा से विश्व कल्याण और सुख-समृद्धि की प्रार्थना करते हुए हर हर गंगे, जय मां गंगे के जयकारे भी लगाए. पूरे साल गंगा जल से पशुपतिनाथ का जलाभिषेक (Jalabhishek of Pashupatinath with Ganga jal) किया जाएगा.
![गंगा कलश यात्रा हरिद्वार से पशुपतिनाथ मंदिर के लिए रवाना, गंगोत्री के जल से होगा जलाभिषेक Etv Bharat](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-16812603-thumbnail-3x2-ff.jpg)
इस मौके पर मां मनसा देवी ट्रस्ट के अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत रवींद्र पुरी महाराज द्वारा कलश को पूरे विधि विधान के साथ रवाना किया गया. महंत रवींद्र पुरी ने बताया कि यह यात्रा पूर्व के वर्षों की भांति इस वर्ष भी गंगोत्री धाम के जल की कलश यात्रा हरिद्वार होते हुए नेपाल पशुपतिनाथ मंदिर जा रही है.
गंगोत्री धाम के रावल शिव प्रकाश महाराज (Rawal Shiv Prakash Maharaj of Gangotri Dham) ने बताया कि गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने के बाद हर साल गंगा जल से भरा कलश उत्तरकाशी, टिहरी, ऋषिकेश, मुरादाबाद के रास्ते नेपाल पशुपतिनाथ मंदिर पहुंचाया जाता है. पूरे साल इसी जल से पशुपतिनाथ का विशेष जलाभिषेक किया जाता है. (Jalabhishek of Pashupatinath with Ganga jal)