रुड़की: जहां एक ओर लॉकडाउन के दौरान गरीब लोगों की परेशानियों को दूर करने के लिए सरकार द्वारा उनके लिए राशन उपलब्ध कराया जा रहा है तो वहीं सरकार द्वारा दी जा रही सरकारी राशन सामग्री में कटौती को लेकर स्थानीय जनता, राशन डीलर और खाद्य अधिकारी भी चिंतित हो गए हैं.
दरअसल, सरकार द्वारा मई माह में ढाई किलो गेहूं और 5 किलो चावल ही प्रति एपीएल कार्ड धारक को दिया जाएगा. प्रति एपीएल कार्ड धारक के खाते में एक किलो चना और एक किलो मसूर की दाल आएगी. जिसमें अभी तक मात्र 70 प्रतिशत दाल ही खाद्य विभाग को उपलब्ध कराई गई है. जिस कारण राशन डीलर भी गोदामों से राशन उठाने से हिचकिचा रहे हैं.