रुड़की/काशीपुर/लक्सर: मुजफ्फरनगर में होने वाली किसान महापंचायत में शामिल होने के लिए उत्तराखंड के विभिन्न जगहों से किसान बड़ी तादाद में निकल रहे हैं. इसी कड़ी में मंगलौर के आस-पास गांवों से किसान इकट्ठा हुए और अपने-अपने वाहनों और ट्रैक्टरों से महापंचायत के लिए रवाना हुए. वहीं जैसे ही किसान उत्तराखंड के नारसन बॉर्डर पर पहुंचे, तो पहले से ही मौजूद पुलिस फोर्स ने उन्हें रोक दिया. इस दौरान किसानों और पुलिस के बीच नोकझोंक भी हुई. बाद में एक-एक कर किसानों को महापंचायत के लिए जाने दिया गया.
आपको बता दें कि मंगलौर के नारसन बॉर्डर पर पहुंचे किसानों को पुलिस ने बैरीकेड लगाकर रोक दिया. किसान मुजफ्फरनगर के सिसौली में होने वाली महापंचायत में शामिल होने के लिए जा रहे थे. बॉर्डर पर रोके जाने के बाद किसानों और पुलिस के बीच नोकझोंक हुई. काफी देर तक हंगामा चलता रहा. इसके बाद पुलिस के उच्चाधिकारी मौके पर पहुंचे और किसानों को समझाने का प्रयास किया गया. लेकिन किसान महापंचायत में जाने की जिद पर अड़े रहे. इसके बाद पुलिस ने एक-एक कर किसानों को बॉर्डर से महापंचायत के लिए निकाला.
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दरअसल, 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा के बाद किसान नेताओं ने महापंचायत का ऐलान किया था. इसमें बड़ी तादाद में किसानों से आने का आह्वान किया गया था. उत्तराखंड समेत अन्य प्रदेशों से किसान महापंचायत में शामिल होने के लिए जा रहे हैं.
वहीं, एसपी देहात प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने बताया कि किसान महापंचायत में शामिल होने के लिए निकले थे, जिन्हें बॉर्डर पर रोका गया. इस दौरान किसान और पुलिस के बीच हल्की नोकझोंक भी हुई. लेकिन सभी को समझा दिया गया है. अब शांति व्यवस्था कायम है.