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गर्लफ्रेंड को इंप्रेस करने के लिए बना फर्जी IPS, थाने पहुंचकर मांगी सिक्योरिटी, ऐसे खुला राज

अपनी गर्लफ्रेंड को इम्प्रेस करने के लिए एक युवक को फर्जी आईपीएस अधिकारी बनना भारी पड़ गया. दो दिन से हरिद्वार घूमने आए फर्जी आईपीएस अधिकारी का ये मामला तब खुला, जब उसने कोतवाली पहुंचकर सुरक्षाकर्मी की मांग कर डाली. फिर क्या था, पुलिस ने जांच-पड़ताल के बाद इस फर्जी IPS को गिरफ्तार कर लिया.

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पुलिस की गिरफ्त में आरोपी

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Published : Oct 28, 2021, 7:07 AM IST

Updated : Oct 28, 2021, 1:26 PM IST

हरिद्वार:कोतवाली पुलिस ने ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो मुंबई से आकर अपनी गर्लफ्रेंड को सरकारी खर्चे पर सारे ऐशो-आराम करवाना चाहता था. फर्जी आईपीएस अधिकारी के दिमाग में वर्दी का रौब और अपनी गर्लफ्रेंड को इम्प्रेस करने के लिए ऐसी शरारत सूझी थी. दो दिन से हरिद्वार घूमने आए फर्जी आईपीएस अधिकारी का ये मामला तब खुला, जब उसने कोतवाली पहुंचकर सुरक्षाकर्मी की मांग कर डाली, जिसके बाद पुलिस ने सागर वाघमारे नाम के युवक को गिरफ्तार कर लिया. युवक ने खुद अपना गुनाह कबूल भी कर लिया है.

मुंबई का रहने वाला है आरोपी:पुलिस ने बताया कि ये युवक हरिद्वार में दो दिनों से घूम रहा था. मामला तब खुला जब हरिद्वार कोतवाली पहुंचकर युवक ने सुरक्षाकर्मी मांगे, ताकि वह अपनी गर्लफ्रेंड को यह बता सके कि वो कितना बड़ा अधिकारी है. बताया जाता है कि हरिद्वार के अलावा अन्य जगहों पर घूमते हुए उसने अपने रौबदार अंदाज से सरकारी व्यवस्थाओं का इस्तेमाल भी किया है. पुलिस ने युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे सलाखों के पीछे भेज दिया है. सागर वाघमारे मुंबई में ठाणे का रहने वाला है.

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पुलिस ने ऐसा खोला राज:दरअसल, सागर वाघमारे खुद को 2018 बैच का आईपीएस बताकर रहने के लिए गेस्ट हाउस और सुरक्षा के लिए सिपाही की मांग कर रहा था, तब हरिद्वार पुलिस को शक हुआ. आईपीएस का मामला था लिहाजा पुलिस सीधे तौर पर हाथ नहीं डाल सकी. ऐसे में उन्होंने अपने सीनियर अधिकारियों को इस बात की जानकारी दी. जिले के एसएसपी योगेंद्र सिंह रावत ने सीओ अभय प्रताप सिंह को इस बात की जानकारी दी.

शक हुआ तो की जांच-पड़ताल: हरिद्वार सीओ सिटी अभय प्रताप सिंह ने बताया कि आरोपी ने खुद को 2018 बैच का आईपीएस अधिकारी बताकर अपने साथ ही दोस्त के लिए भी रहने को गेस्ट हाउस दिलाने की फोन पर बात कही. साथ ही नगर कोतवाली से कांस्टेबल भेजने के लिए भी कहा. पहले तो वो उसकी बात पर सोचने को मजबूर हो गए. बाद में शक के आधार पर उन्होंने नगर कोतवाली प्रभारी के नेतृत्व में टीम बनाकर इस व्यक्ति के बारे में जानकारी जुटाने के निर्देश दिए. जांच पड़ताल और जानकारी जुटाने के बाद सामने आया कि इस नाम का कोई व्यक्ति 2018 बैच का आईपीएस अधिकारी है ही नहीं. इतनी ही देर में खुद को आईपीएस बताने वाला व्यक्ति खुद नगर कोतवाली पहुंच गया.

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झूठे रौब के चक्कर में फंसा: कोतवाली पहुंचकर वाघमारे अपने पद का झूठा रौब दिखाते हुए रहने खाने-पीने के साथ ही वाहन आदि की व्यवस्था करने के लिए कहने लगा. युवक की सच्चाई जानने के लिए सीओ अभय प्रताप ने उससे न केवल बातचीत की, बल्कि अपना मेहमान भी बनाया और बातों-बातों में तस्वीर साफ हो गई. इसके बाद पुलिस ने उसे कार्यालय में बैठाकर अपनी आईडी दिखाने के लिए कहा और सख्ती से पूछताछ की. पूछताछ में उसने बताया कि वह यूपीएससी की तैयारी कर रहा है. युवक इसी तरह पहले भी फर्जी अधिकारी बनकर सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल करता रहा था.

सीओ सिटी अभय प्रताप सिंह ने बताया कि आरोपी सागर वाघमारे (28) पुत्र न्यानोबा वाघमोरो निवासी फ्लैट नंबर 302, दत्तात्रेय कॉम्प्लेक्स सी विंग, थाना निरूल, जिला ठाणे नवी मुंबई, महाराष्ट्र को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करने के बाद आज उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा.

Last Updated : Oct 28, 2021, 1:26 PM IST

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