हरिद्वार: चमार वाल्मीकि महासंघ द्वारा एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया. बैठक के दौरान पूर्व आईएएस सुवर्द्धन को प्रदेश प्रभारी और राजेंद्र श्रमिक को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इस दौरान सुवर्द्धन ने कहा कि जन्म से ही लोगों को छोटा बड़ा मानकर भेदभाव किया जाने लगता है. इस परंपरा को खत्म कर सभी को एक साथ रहना चाहिए.
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पूर्व आईएएस सुवर्द्धन, पूर्व आईएएस चंद्र सिंह समेत कई सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि इस विचार गोष्ठी में शामिल हुए. गोष्ठी में सर्वधर्म, सद्भाव और सामाजिक दशा एवं दिशा पर विस्तृत चर्चा की गई. इस दौरान सुवर्द्धन ने कहा कि भारतीय संविधान में आरक्षण की व्यवस्था है, लेकिन आजादी के इतने साल बाद भी जरूरतमंदों को आरक्षण का पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा है. इनके लिए केवल शासन जिम्मेदार है.
वहीं, निकिता हत्याकांड पर सुवर्द्धन ने कहा कि इसकी वो निंदा करते हैं. इस कांड के दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए. चाहे वो किसी भी धर्म या जाति का हो. किसी भी धर्म या जाति से जुड़ी महिला को न्याय दिलाने के लिए सरकार को उसकी मदद करनी चाहिए.