हरिद्वार: जिला चिकित्सालय के शौचालय में एक पचास साल के बुजुर्ग की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. अस्पताल के स्टाफ ने परिजन की शिकायत पर शौचालय का दरवाजा तोड़ शव को बाहर निकाला. परिजनों ने शव का पोस्टमॉर्टम कराने से इनकार कर दिया. जिसके बाद वे शव को घर ले गए.
सोमवार दोपहर बाद पेट दर्द की शिकायत के बाद बंगाली बस्ती ब्रह्मपुरी निवासी उत्तम देव नाथ अपने बेटे के साथ जिला चिकित्सालय पहुंचे थे. इसी दौरान उनका बेटा चिकित्सक से बात करने चला गया. उत्तम शौचालय में चले गए, जब वे काफी देर नहीं आए तो उनकी ढूंढ खोज की गई.
पढ़ें-CM को हराने वाले भुवन कापड़ी का EXCLUSIVE INTERVIEW, बोले- धामी का खेल जनता ने बिगाड़ा
उनका बेटा उन्हें शौचालय में देखने गया तो शौचालय का दरवाजा अंदर से बंद था. उसने दरवाजे को बाहर से काफी खटखटाया लेकिन अंदर से कोई आवाज नहीं आई. जिसके बाद उसने अस्पताल स्टाफ को इसकी सूचना दी. मौके पर पहुंचे स्टाफ ने दरवाजे को बमुश्किल खोला. अंदर उत्तम बेसुध पड़े थे.
पढ़ें-राज्यपाल ने बंशीधर भगत को दिलाई प्रोटेम स्पीकर की शपथ, धामी रहे मौजूद
उन्हें तत्काल आपातकालीन सेवा में ले जाया गया. जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. उत्तम की मौत की खबर कोतवाली पुलिस को दी गई है. फिलहाल परिजनों की ओर से इस मामले में कोई तहरीर पुलिस को नहीं दी गई है.
सीएमओ डॉ कुमार खगेंद्र ने बताया उत्तम देव नाथ नामक मरीज जिला चिकित्सालय में चिकित्सक को दिखाने आए थे. वे शौचालय गए. जहां उनका शव पड़ा मिला. ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उनकी मौत हार्ट अटैक से हुई है. परिजनों ने पोस्टमार्टम से इनकार कर दिया है. जिसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया.