हरिद्वार: कोरोना महामारी के कारण जहां पूरा देश आर्थिक मंदी से जूझ रहा है, वहीं एक विशेष वर्ग पर भी इसका खासा असर देखने को मिला है. यह वह वर्ग है जो आम आदमी की खुशियों व सुख में सम्मिलित हुआ करता था. आज इनके पास अपने गुजर-बसर करने के लिए कोई काम नहीं है. जी हां हम बात कर रहे हैं देवी जागरण से जुड़े म्यूजिशियंस व वाद्य यंत्रों के वादकों की. इन वर्गों पर इस कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन का खासा असर देखने को मिला है.
जहां आम दिनों में इन्हें छोटे-मोटे प्रोग्राम मिल जाया करते थे और नवरात्रों के गणपति महोत्सव में इनका सीजन रहा करता था, लेकिन इस बार कोई भी इन्हें नवरात्रों में जागरण की बुकिंग नहीं मिली है. इससे इनको गुजर-बसर करने में काफी समस्या आ रही है. इस वर्ग ने अपनी परेशानियों को आमजन तक पहुंचाने के लिए एक नया तरीका निकाला है. इन्होंने अपने ही ढंग से अपनी परेशानियों को गीत के माध्यम से लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया है. जिस गीत का नाम है "हम भी हैं". इस गीत को धीरज चतरथ ने लिखा है.