हरिद्वार:कुंभ मेला प्रशासन के द्वारा कुंभ कार्यों के लिए पिछले साल से ही गंगा बंदी को बढ़ाने की मांग की जा रही थी. लेकिन प्रशासन द्वारा गंगा बंदी की अवधि नहीं बढ़ाई गई. इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने 22 मार्च से लेकर दो अप्रैल तक कुंभ कार्यों के चलते गंगा बंदी करने का फैसला लिया था. लेकिन कोरोना लॉकडाउन के कारण इस फैसले को भी वापस ले लिया गया. इसके बाद से कुंभ के लिए बनाए गए घाटों का निर्माण कार्य अभी भी अधर में अटका हुआ है, जिसके लिए अब सहमति बनी है. ऐसे में प्रशासन गंगा बंदी की अवधि बढ़ाने पर विचार कर रहा है.
अधर में लटके कुंभ निर्माण कार्य, गंगा बंदी की अवधि बढ़ाने की मांग - Kumbh construction work not done yet
कुंभ के लिए बनाए गए घाटों का निर्माण कार्य अभी भी अधर में अटका हुआ है. ऐसे में प्रशासन से गंगा बंदी की अवधि बढ़ाने की मांग की जा रही है.
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मेला अधिकारी दीपक रावत ने बताया कि अप्रैल में गंगा नदी बंदी की परमिशन मिल गई थी. लेकिन कोरोना लॉकडाउन की वजह से कार्य न कराने का फैसला किया था. इससे घाटों में होने वाले कार्य अभी रुके हुए हैं. इन कार्यों को हर साल की भांति दशहरे से लेकर दीपावली के बीच में होने वाली गंगा बंदी के दौरान कराया जायेगा. उनके द्वारा पूरी तैयारी कर ली गई है. समय अवधि पर ही यह काम भी संपन्न हो जाएंगे.