हरिद्वार अपहरण केस का खुलासा. हरिद्वार: सिडकुल थाना क्षेत्र के शिवम विहार कॉलोनी रोशनाबाद से बीती 9 सितंबर को गायब हुए 6 साल के बच्चे के मामले का हरिद्वार पुलिस ने खुसाला कर दिया है. 6 साल के बच्चे का अपहरण किया गया था. इस मामले में पुलिस ने ए महिला समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहीं आरोपियों से जुगल से बच्चे को भी संकुशल बरामद किया है. इस पूरे मामले की जानकारी हरिद्वार एसएसपी अजय सिंह ने प्रेस वार्ता कर दी. महिला ने ही दोनों आरोपियों से बच्चा खरीदा था.
हरिद्वार एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि बच्चे के पिता सुभाष प्रजापति ने 10 सितंबर को सिडकुल थाने में तहरीर दी थी, जिसमें उन्होंने बताया था कि 9 सितंबर की शाम से उनका बच्चा गायब है. इस मामले में पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ अपहरण का मुकदमा भी दर्ज किया था.
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सीसीटीवी कैमरे से मिला अहम सुराग: बच्चे की खोजबीन में पुलिस की अलग-अलग टीमें लगाई गई थी. पुलिस ने बच्चे के हुलिय की जानकारी लेकर आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली. इसके अलावा पुलिस टीम ने संदिग्धों से पूछताछ भी की. इस दौरान एक सीसीटीवी कैमरे में बच्चा एक आदमी के पीछे-पीछे पैदल टैम्पो स्टैण्ड की ओर जाते हुए दिखाई दिया. उसी के आधार पर पुलिस ने अपनी जांच को आगे बढ़ाया.
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया सच: पुलिस ने बताया कि जिस संदिग्ध की वो तलाश कर रहे थे, उसकी पहचान शिवम विहार कॉलोनी रोशनाबाद निवासी रविंद्र के रूप में हुई. जैसे कैसे पुलिस रविंद्र तक पहुंच तो वहां उन्हें एक और व्यक्ति जनक भी मिला. पुलिस ने दोनों से पूछताछ करनी शुरू की. पहले तो दोनों ने पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया, लेकिन जब पुलिस ने थोड़ी सख्ती दिखाई तो उन्होंने बच्चे के अपहरण का राज खोल दिया.
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महिला ने खरीदा था बच्चा:पुलिस के अनुसार आरोपी रविंद्र ने उन्हें बताया कि उसकी पुरानी मकान मालकिन ने उससे छोटे बच्चे की मांग की थी, जिसके लिए उसने एक लाख रुपए का ऑफर भी दिया था. इसके बाद रविंद्र के मन में भी लालच जाग गया और उसने अपनी ही बिल्डिंग में रह रहे परिवार पर नजर डाली, जिनके चार बच्चे थे. उनके ही एक बच्चे के अपहरण का प्लान बनाया. इस कांड में रविंद्र ने अपने साथी जनक को भी शामिल किया.
पहले से तैयार प्लान के मुताबिक जनक सिह ने बच्चे को चाकलेट और बिस्किट खिलाकर अपने भरोसे में ले लिया, जिसके बाद आरोपी जनक ने बच्चे को चाउमीन खिलाने का लालच देकर अपने पीछे आने को कहा और मौका मिलते ही रविंद्र के हवाले कर दिया.
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पुलिस ने तीन आरोपियों को किया अरेस्ट: इसके बाद रविंद्र बच्चे को ई-रिक्शा में बैठाकर शगुन के पास ले गया और उसे बच्चा बेच दिया. शगुन ने रविंद्र को 30 हजार रुपए और बाकी के पैसे चार-पांच दिन में देने को कहा. पुलिस ने बताया कि शगुन नामी कंपनी में काम करती है और अन्य दोनों आरोपी सिडकुल की कंपनियों में काम करते है. आरोपियों के नाम रविंद्र पुत्र ब्रहम सिह निवासी ग्राम बामनौली थाना दोघाट जनपद बागपत यूपी, जनक सिह पुत्र राजबीर सिह निवासी ग्राम नगवा थाना बुडाना जनपद मुजफ्फरनगर यूपी और शगुन पत्नी संजोव निवासी मेरठ उत्तर प्रदेश है.