हरिद्वार: पुलिस ने खुद को जिलाधिकारी बताकर नौकरी लगाने के नाम पर 70 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि आरोपी नौकरी लगाने के एवज में मोटी रकम वसूलता था.हरिद्वार के एसएसपी परमेंद्र डोभाल ने बताया कि फिलहाल मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि फरार अन्य तीन आरोपियों को भी जल्द अरेस्ट कर लिया जाएगा.
हरिद्वार में फर्जी डीएम गिरफ्तार, युवाओं को नौकरी दिलाने के नाम पर करता था ठगी
Haridwar Fake DM Arrest हरिद्वार पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने खुद को डीएम बताकर लोगों के साथ ठगी करने के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि आरोपी कई लोगों को नौकरी का झांसा देकर लाखों रुपए का चूना लगा चुका है. पुलिस आरोपी के अन्य साथियों की तलाश में दबिश दे रही है.
By ETV Bharat Uttarakhand Team
Published : Oct 1, 2023, 11:37 AM IST
हरिद्वार एसएसपी परमेंद्र डोभाल ने बताया कि आरोपी पर 21 सितंबर को ज्वालापुर कोतवाली में केस दर्ज हुआ था, आरोपी निहार कर्णवाल ने खुद को जिलाधिकारी बताकर पीडब्ल्यूडी निरीक्षण अधिकारी और फिर एसडीएम के पद पर नौकरी लगवाने का झांसा देकर धोखाधड़ी की थी. निहार ने खुद को उधम सिंह नगर का डीएम बताया था. एसएसपी ने आगे बताया कि आरोपी अपने साथियों के साथ मिलकर गिरोह बनाकर लोगों को निशाना बनाता था. जिसमें बेरोजगार युवक युवतियों को साजिश के तहत फंसा कर नौकरी का लालच देकर ठगते थे.
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पुलिस के अनुसार आरोपी निहार कर्णवाल के खिलाफ चेतन अरोड़ा निवासी गली नंबर 2 खन्ना नगर ने पुलिस को शिकायत दर्ज कराई थी, साथ ही पीड़ित ने बताया कि आरोपी उत्तराखंड सरकार की नेम प्लेट लगी गाड़ी में उनके घर आया था. जिसके बाद आरोपी ने नौकरी का झांसा देकर 65 लाख रुपए की मांग की और परिवार के लोग उसके झांसे में आ गए, पहले डेढ़ लाख रुपये दे दिए. उसके बाद आरोपी ने 70 लाख रुपए की डिमांड करने लगा. पीड़ितों द्वारा इतनी मोटी रकम का इंतजाम न होने की बात कहने पर आरोपी ने उनसे मकान बेचने की बात कही. आरोपी ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर मकान खरीद लिया और पीड़ित के भाई को चेक दे दिया. कुछ दिनों बाद पता चला कि चेक फर्जी है. जिसके बाद पीड़ित पक्ष को ठगी का अहसास हुऔ और पुलिस के पास पहुंचे. शिकायत मिलने के बाद पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी थी.