हरिद्वार: कोतवाली ज्वालापुर क्षेत्र में एक अजब मामला सामने आया है. एक बेटे ने अपने ही पिता से एक आरटीआई कार्यकर्ता के नाम पर जानकारी मंगवा ली.
आरटीआई कार्यकर्ता को बदनाम करने की नीयत से उसके फर्जी हस्ताक्षर से पार्षद के कराए कार्यों की जानकारी हासिल करने के लिए यह आरटीआई दाखिल की गई. पार्षद ने कार्यकर्ता से बात की तो पता चला कि उसने कोई आरटीआई दाखिल नहीं की है. मामला पुलिस तक पहुंचा और छानबीन की गई तो पता चला कि आरटीआई पार्षद के बेटे ने दाखिल करवाई है. पुलिस अब इस मामले में मुकदमा दर्ज करने की तैयारी में है.
हरिद्वार में पार्षद के बेटे ने पिता से ही मांग ली आरटीआई से जानकारी, जांच में हुआ खुलासा - Haridwar RTI News
हरिद्वार से एक दिलचस्प खबर है. यहां एक शख्स ने अपने पार्षद पिता के काम की जानकारी के लिए ही आरटीआई लगवा दी. पार्षद ने जब जांच करवाई तो पता चला कि उनके अपने बेटे ने ही सारा षडयंत्र रचा था. बताया जा रहा है कि पिता से पैसा ऐंठने के लिए बेटे ने ऐसा किया.
ये है पूरा मामला:ज्वालापुर निवासी स्कूल संचालक एवं आरटीआई कार्यकर्ता अब्दुल सत्तार ने एसएसपी शिकायत प्रकोष्ठ में शिकायत दर्ज कराई है. आरोप है कि षड्यंत्र करते हुए उसके नाम (अब्दुल सत्तार) का गलत इस्तेमाल करते हुए क्षेत्र के एक पार्षद की आरटीआई लगाई गई. इसमें पार्षद की क्षेत्र के लोगों के लिए स्वीकृत कराई गई पेंशन और विकास कार्य आदि की जानकारी मांगी गई है. ये बात क्षेत्र में फैलने के बाद उनकी छवि धूमिल हो रही है. आरोप लगाया कि षड्यंत्र के तहत उनके नाम और फर्जी हस्ताक्षर कर धोखाधड़ी की गई है.
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पुलिस कर रही है जांच: इस मामले में रेल चौकी प्रभारी सुधांशु कौशिक ने जांच करते हुए डाक खाने के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे चेक किए. फुटेज के आधार पर एक युवक से पूछताछ की गई. युवक ने पूरी सच्चाई पुलिस के सामने बताई. युवक ने बताया कि पार्षद के बेटे के कहने पर बंद लिफाफा डाकखाने से उसने ही भेजा था. ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी ने बताया कि इस मामले की जांच चल रही है. धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा.