रुड़की: उत्तराखंड में सिर्फ कोरोना मरीजों के लिए बेड की ही किल्लत नहीं है, बल्कि कोरोना जांच को लेकर भी बहुत अव्यवस्थाएं हैं. लोगों को पहले टेस्ट कराने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही है. टेस्ट हो भी जाए तो फिर हफ्तों तक रिपोर्ट नहीं आ रही है. ऐसे में बिना लक्षण वाले लोगों को पता ही नहीं चल पा रहा है कि वो कोरोना पॉजिटिव है या नहीं. इन हालात को देखकर तो यही कहा जा सकता है स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के इंतजामों की रिपोर्ट निगेटिव है.
किसी भी कोरोना संक्रमित मरीज के संपर्क में आने और लक्षण दिखने पर तत्काल कोरोना टेस्ट कराने की सलाह दी जा रही है. लेकिन जांच के एक हफ्ते बाद भी रिपोर्ट नहीं आ रही है. ऐसे में कई मरीजों की हालत गंभीर होती जा रही है. वहीं जो लोग सही भी हैं, वो रिपोर्ट के कारण घर से बाहर भी नहीं जा पा रहे हैं. इस तरह के कई मामले रुड़की में सामने आ चुके हैं.