हरिद्वार/देहरादून: उद्यान विभाग के घोटाले में बीजेपी विधायक के भाई का नाम सामने आने के बाद कांग्रेस को एक बार फिर से सरकार को घेरने का मौका मिल गया है. उद्यान विभाग में हुए घोटाले समेत अन्य घपलों पर कांग्रेस ने बीजेपी सरकार को निशाने पर लिया और प्रदेश भर में आज राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
देहरादून में कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन. हरिद्वार में सड़कों पर उतरे कांग्रेसी: हरिद्वार में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि एक तरफ बीजेपी सरकार जीरो टॉलरेंस की बात करती है, वहीं, दूसरी तरफ बीजेपी सरकार में नए-नए घोटाले हो रहे हैं. उद्यान विभाग के घोटाले में तो उत्तराखंड हाईकोर्ट तक को कहना पड़ा है कि इस मामले की सीबीआई जांच कराई जाए. लगातार बीजेपी सरकार में हो रहे घोटालों को लेकर कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा के आह्वान पर हरिद्वार में विरोध प्रदर्शन किया और सरकार का असली चेहरा जनता को दिखाया है.
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कांग्रेसी नेताओं ने सीबीआई की उस कार्रवाई का भी विरोध किया है, जिसमें सीबीआई ने हरीश रावत को समन जारी किया है. कांग्रेस का कहना है कि सड़क हादसे में घायल होने के बाद हरीश रावत हॉस्पिटल में अपना इलाज करा रहे है. वहीं सीबीआई उन्हें हॉस्पिटल में जाकर समन दे रही है.
कांग्रेस का कहना है कि सीबीआई को कम से कम हरीश रावत के ठीक होने तक का तो इंतजार करना चाहिए था. कांग्रेस इस कार्रवाई की निंदा करती है. सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि उत्तराखंड में जिस तरह के रोज-रोज नए घोटाले हो रहे हैं, उसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का इस्तीफा लेना चाहिए.
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देहरादून में कांग्रेस का हल्ला बोल: वहीं उद्यान विभाग के घोटाले को लेकर कांग्रेस ने राजधानी देहरादून में भी सरकार के खिलाफ हल्ला बोल किया है. यहां कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने बीजेपी सरकार का पुतला दहन किया है. देहरादून में कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष जसविंदर गोगी ने कहा कि बीजेपी सरकार में नित नए-नए घोटाले हो रहे हैं, लेकिन सरकार दोषियों को सजा देने के बजाए इन पर लीपापोती करने में लगी हुई है.
कांग्रेस का आरोप है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद घोटाले में लिप्त अधिकारियों और मंत्रियों को संरक्षण दे रहे हैं. राजनीति में नैतिकता का बहुत बड़ा स्थान होता है. इसलिए नैतिकता के आधार पर प्रदेश के उद्यान मंत्री को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए. उत्तराखंड हाईकोर्ट के आदेश से साबित हो चुका है कि बीजेपी सरकार भ्रष्टाचार को लेकर संवेदनशील नहीं है. उत्तराखंड में कोई ऐसा विभाग नहीं है, जहां भ्रष्टाचार ना हो रहा हो. कांग्रेस ने उद्यान घोटाले में विभागीय मंत्री के इस्तीफे की भी मांग उठाई है.