हरिद्वार: श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े की पहल के बाद 70 सालों से बंद पड़ी पौराणिक छड़ी यात्रा शुरू हो चुकी है. इस यात्रा को शुरू करने में जूना अखाड़े के संतों सहित कई अन्य लोगों की अहम भूमिका रही है. 70 साल बाद पिछले साल 12 अक्टूबर को इस यात्रा को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था. अब एक बार फिर से छड़ी यात्रा शुरू होने जा रही है. आज मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत इसे झंडी दिखाकर धार्मिक स्थलों के लिए रवाना करेंगे.
1,100 वर्षों पुरानी ये पौराणिक छड़ी यात्रा जूना अखाड़े के प्रयासों से शुरू की गई है. इस यात्रा को शुरू करने के लिए जूना अखाड़े के साधु-संतों सहित सभी अखाड़ों ने प्रयास किये. उत्तराखंड सरकार ने संतों की मांग को पूरा करते हुए पिछले साल पहली बार 70 साल से बंद पड़ी इस यात्रा को शुरू किया था. यह यात्रा उत्तराखंड के चारों धाम, पौराणिक स्थलों, मठ-मंदिरों का भ्रमण कर धर्मनगरी हरिद्वार वापस लौटती है. जहां इस छड़ी का पूरे विधि विधान के साथ मां देवी मंदिर में पूजन किया जाता है.