रुड़की: जैसे-जैसे मौसम में तब्दीली हो रही है, वैसे ही अनेकों बीमारियां भी लोगों को अपनी चपेट में लेने लगी हैं. इनमें सबसे ज्यादा सिविल अस्पताल में खांसी-जुकाम वाले मरीज नज़र आ रहे हैं. वहीं प्रतिदिन खांसी और जुकाम के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. आए दिन अस्पताल की ओपीडी में 50 से 60 मरीज पहुंच रहे हैं. वहीं अब अस्पताल प्रबंधन भी एच3एन2 इन्फ्लूएंजा वायरस को देखते हुए सक्रिय हो चला है. वहीं अस्पताल प्रबंधन भी संदिग्ध मरीजों के सैंपल लेने की तैयारी में जुट गया है.
बढ़ गई है मरीजों की संख्या:रुड़की सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ संजय कंसल ने बताया कि इस समय मरीजों की संख्या पहले के अपेक्षा बढ़ी हुई है. उन्होंने बताया कि ज्यादार खांसी-जुकाम के मरीज अस्पताल में पहुंच रहे हैं. सीएमएस ने बताया कि अस्पताल के सभी डॉक्टरों को निर्देशित किया गया है, अगर किसी भी मरीज में इस तरह के लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत उसकी जांच कराकर उनको सूचित किया जाए. उन्होंने कहा कि अगर ज़रूरत पड़ी तो इस तरह के मरीज़ों को भर्ती भी किया जा सकेगा, जिसकी तैयारियां भी पूरी तरह से कर ली गई हैं.
स्वास्थ्य विभाग से मिली गाइडलाइन का कर रहे पालन: एमएस संजय कंसल का कहना है कि फिलहाल सिविल अस्पताल में अभी तक इन्फ्लूएंजा का कोई भी मरीज नहीं आया है. लेकिन समस्त स्टाफ को एहतियातन सावधानी बरतने के निर्देश दे दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग से मिली गाइड लाइन का पालन भी किया जा रहा है. डॉ संजय कंसल ने यह भी बताया कि वह खुद भी पूरे अस्पताल की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. वह किसी भी तरह की कोई लापरवाही नहीं होने देना चाहते. उनका कहना है कि समस्त बीमारियों को लेकर वह और उनके सभी डॉक्टर बहुत संजीदा है. आने वाले सभी मरीजों की बहुत ही बारीकियों से जांच कर उनका इलाज किया जा रहा है.
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तेजी से फैलता है यह वायरस: वहीं, सीएमएस डॉक्टर संजय कंसल ने बताया कि एच3एन2 इंफ्लूजा के लक्षण खांसी, जुकाम हैं. उन्होंने बताया कि अगर इसमें निमोनिया हो जाए तो मरीज का ऑक्सीजन सैचुरेशन बड़ी ही तेजी के साथ नीचे गिरता है. जिस पर मरीज का एक्सरे कराने पर पता चल जाता है कि इंफेक्शन किस तरीके का हो रहा है, जिसके बाद तत्काल मरीज का सैंपल लेकर लैब पर भेजा जाता है. डॉक्टर संजय कंसल ने बताया कि एच3एन2 इन्फ्लूएंजा वायरस से बचाव का तरीका वही है जो कोविड गाइडलाइन के अंदर थे. उन्होंने बताया कि एच3एन2 इंफ्लूजा बड़ी ही तेजी के साथ फैलता है. इससे बचने के लिए मास्क लगाएं, भीड़भाड़ वाली जगह पर न जाएं, साथ ही सैनिटाइजर का उपयोग भी करें.