हरिद्वार: 2021 में होने वाला कुंभ मेले के निर्माणकार्य अब अंतिम चरण में हैं. इसी को देखते हुए कुंभ मेला प्रशासन ने सभी कार्यों की गति तेज करने के निर्देश दिये हैं. निर्माणकार्यों की मॉनिटरिंग के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं. इसके साथ ही अधिकारियों को भी कार्यों पर निगरानी करने के निर्देश दिये गये हैं.
बता दें की पिछले साल गंगा बंदी के दौरान कई घाटों का निर्माण कार्य होना था जो कि संपूर्ण नहीं हो पाया था. जिसके बाद कुंभ मेला प्रशासन बार बार गंगा बंदी की मांग कर रहा था. जिसको देखते हुए इस बार दशहरे से 10 दिन पहले ही उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गंगा बंदी की अनुमति दे दी गई थी. उसके बाद मेला प्रशासन को सभी घाटों के कार्य निर्माण के लिए एक महीने का समय मिल गया. कम समय और कुंभ की नजदीक देखते हुए कुंभ मेला प्रशासन इस बार किसी भी तरह की ढिलाई बरतने के मूड में नहीं दिख रहा है.
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कुंभ मेला अधिकारी दीपक रावत ने बताया कि सभी कार्यों की मॉनिटरिंग सीसीटीवी कैमरों द्वारा की जा रही है. साथ ही अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं कि आप कम से कम दिन में दो बार चल रहे कार्यों का निरीक्षण करें.
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कुंभ मेला अधिकारी दीपक रावत ने बताया कि गंगा बंदी के दौरान हर की पौड़ी के पास कांगड़ा घाट का विस्तारीकरण का कार्य चल रहा है. जिसका निरीक्षण उनके द्वारा खुद किया जा रहा है. साथ ही सभी कामों की सीसीटीवी द्वारा मॉनिटरिंग की जा रही है. थर्ड पार्टी द्वारा मेटेरियल की सैंपलिंग भी की जा रही है. यूटीडीसी द्वारा घाटों की मरम्मत के कार्य भी चल रहे है. जिसमें घाटों पर हुक्स, चैन आदि लगाने का कार्य किया जा रहा है. फिलहाल सभी कार्य तय समय अनुसार चल रहे हैं. समय रहते सभी कार्यों को पूरा कर लिया जाएगा.
कांगड़ा घाट पर चलाया गया गंगा स्वच्छता अभियान कांगड़ा घाट पर चलाया गया गंगा स्वच्छता अभियान
वहीं, हरिद्वार में सर्व सेवा संगठन समिति ने हर की पैड़ी स्थित कांगड़ा घाट पर गंगा स्वच्छता अभियान चलाया. इस मौके पर बंदी के दौरान गंगा से निकले गंदे कपड़े, प्लास्टिक, पन्नी आदि को गंगा से बाहर निकाला गया. इस दौरान शोभित गुप्ता और दीपक सोपरा ने कहा कि हजारों करोड़ों रुपए खर्च होने के बावजूद मां गंगा की स्थिति आम जनमानस में जागरूकता न होने के कारण खराब है. तमाम जागरूकता अभियान के बाद भी बहुत बड़ी संख्या में कपड़े, पाॅलीथीन आदि को गंगा में डाला जा रहा है.