हरिद्वार:उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी (Wasim Rizvi) के खिलाफ हरिद्वार कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मामले को लेकर हरिद्वार और ज्वालापुर कोतवाली में तीन अलग-अलग तहरीरें दी गई थीं. एक तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. बाकी तहरीरों को भी उसी मुकदमे में शामिल किया जाएगा. बता दें, रिजवी की किताब का विमोचन 4 नवंबर को गाजियाबाद और 12 नवंबर को हरिद्वार में किया गया था.
मुकदमा दर्ज होने की वजह:वसीम रिजवी ने बीते शुक्रवार को स्वामी यति नरसिंहानंद, स्वामी दर्शन भारती आदि के साथ हरिद्वार वे प्रेस क्लब में 'मोहम्मद' नाम की पुस्तक का विमोचन किया था. आरोप है कि वसीम रिजवी और स्वामी यति नरसिंहानंद ने मंच से भड़काऊ और आपत्तिजनक भाषण दिए, जिसकी वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने से मुस्लिम समुदाय में नाराजगी बढ़ गई है. मामले को लेकर रविवार को राशिद अली निवासी कस्साबान और भारतीय पत्रकार संघ के जिलाध्यक्ष दिलशाद अली की ओर से तहरीर दी गई. तहरीर में वसीम रिजवी, यति नरसिंहानंद, दर्शन भारती, प्रबोधनंद गिरि, अधीर कौशिक व प्रेस क्लब अध्यक्ष और महामंत्री पर आरोप लगाए गए थे. इनमें दिलशाद की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है.
मुस्लिम समाज के लोगों की प्रतिक्रिया:एडवोकेट फुरकान अली ने बताया कि प्रेस क्लब में आयोजित कार्यक्रम में जिस तरह के शब्दों का प्रयोग किया गया, वो नाकाबिले बर्दाश्त है. इसे किसी भी कीमत पर सही नहीं ठहराया जा सकता है. हम सर्वधर्म समभाव पर यकीन रखते हैं और सभी धर्मों के महापुरुषों का सम्मान करते हैं, लेकिन जिस तरीके से प्रेस क्लब जैसे सार्वजनिक मंच का प्रयोग कर शहर का माहौल का खराब करने का प्रयास किया गया, वो एक सोची समझी साजिश का हिस्सा है. पुलिस-प्रशासन को इसमें कार्रवाई करनी चाहिए. जिन्होंने भी आपत्तिजनक बयान दिए हैं उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. साथ ही भविष्य में ऐसे कार्यक्रम ना हों, इसके लिए प्रशासन को कड़े कदम उठाने की जरुरत है.
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प्रेस क्लब ऑफ हरिद्वार में 12 नवंबर को श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी यति नरसिंहानंद गिरी अन्य सन्तों के सानिध्य में शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन सैयद वसीम रिजवी की इस्लाम के प्रवर्तक मोहम्मद के जीवन पर लिखी गयी पुस्तक "मोहम्मद" का विमोचन हुआ था. इस अवसर पर वसीम रिजवी ने इस्लाम के प्रामाणिक ग्रन्थों के आधार पर मोहम्मद के लिए अपमानजनक बातें कहीं थीं.