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लक्सर में लाखों का कूड़ा घोटाला, बिना रिसाइकिल किए हर महीने हो रहा ढाई लाख का पेमेंट

सभासद नीतू रानी ने आरोप लगाया कि बीते फरवरी माह से ट्रंचिग ग्राउंड में एकत्रित कई टन कूड़े को फर्म ने रिसाइकल कर इससे खाद बनाने का कोई कार्य नहीं किया. इससे यहां टनों कूड़ा एकत्रित हो गया. वहीं, कूड़े को रिसाइकिल किए बिना ही लखनऊ की एक फर्म को प्रतिमाह करीब ढाई लाख रुपये का भुगतान किया गया.

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Published : Sep 9, 2021, 6:10 PM IST

garbage recycling in laskar
कूड़ा रीसाइकिलिंग के नाम पर लाखों का गोलमाल

लक्सर: नगर में कूड़ा रिसाइक्लिंग के नाम पर लाखों रुपये के गोलमाल का मामला सामने आया है. आरोप है कि कूड़े को रिसाइकिल किए बिना ही लखनऊ की एक फर्म को प्रतिमाह करीब ढाई लाख रुपये का भुगतान किया गया. जबकि इस दौरान ट्रंचिग ग्राउंड पर एकत्रित कूडे़े को नगर में ही इधर-उधर खुले में फेंका जा रहा है. मामले में नगर पालिका की सभासद ने प्रशासन को शिकायत की गई है. साथ ही आरोपी फर्म का ठेका निरस्त करने की मांग की है.

नगर पालिका द्वारा डोर टू डोर कूड़ा उठाने के लिए एक फर्म को ठेका दिया गया है. नगर के सीमली वार्ड में बने ट्रंचिग ग्रांउड में कूडे़े को एकत्रित किया जाता है. यहां से इस कूड़े को रिसाइकिल कर खाद आदि बनाने के लिए लखनऊ की एक दूसरी फर्म को पालिका प्रशासन ने ठेका दिया. इसके लिए फर्म को प्रतिमाह ढाई लाख रुपए भुगतान किया जाता है.

वार्ड संख्या 2 की सभासद नीतू रानी ने आरोप लगाया कि बीते फरवरी माह से ट्रंचिग ग्राउंड में एकत्रित कई टन कूड़े को फर्म ने रिसाइकिल कर इससे खाद बनाने का कोई कार्य नहीं किया. इससे यहां टनों कूड़ा एकत्रित हो गया. इस कूड़े को पालिका प्रशासन द्वारा अपने वाहन और जेसीबी से उठवाकर प्रस्तावित न्यायालय भवन की भूमि पर डलवा दिया गया.

सभासद के पति कुलदीप वाल्मीकि मोनू ने आरोप लगाया कि कूड़े का निस्तारण नहीं होने के बावजूद पालिका प्रशासन की ओर से फर्म को प्रतिमाह सवा दो लाख से लेकर करीब ढाई लाख रुपये प्रतिमाह की दर से भुगतान किया गया. उन्होंने फर्म का कार्य संतोषजनक नहीं होने पर लिखित में पालिका प्रशासन को इसकी शिकायत की. साथ ही फर्म का ठेका निरस्त करने की मांग की थी, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई.

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सभासद नीतू रानी ने अब जिलाधिकारी, एसडीएम और नगर पालिका के ईओ को शिकायत करते हुए मामले में कार्रवाई की मांग की है. बता दें कि लक्सर में रोजाना एकत्रित होने वाले कूडे़ को रिसाइकिल कर खाद बनाने के लिए पालिका प्रशासन की ओर से लाखों रुपये खर्च कर रिसाइक्लिंग प्लांट लगाया गया है. इस खाद को बेचकर पालिका की आय बढ़ाने का दावा किया गया था, लेकिन रिसाइक्लिंग नहीं होने से पालिका को एक रुपये की भी आय नहीं हुई. जबकि फर्म को भुगतान किया गया.

इतना ही नहीं पालिका प्रशासन की जेसीबी और वाहन से कूड़े को खुले में ही ठिकाने लगाया गया. इससे नगरवासियों को दुर्गंध के अलावा बीमारियों के खतरे का भी सामना करना पड़ रहा है. नगर के सीमली वार्ड में बने ट्रंचिग ग्राउंड में लगाई गई मशीन से कूड़े की रिसाइक्लिंग कर खाद बनाने का ठेका शुरू से ही विवादों में है.

बताया गया कि फर्म द्वारा यहां कार्य कराने के बजाय साठगांठ कर नगर से रोजाना निकलने वाले कई टन कूड़े को आसपास के क्षेत्र में ही ठिकाने लगाया जाता रहा है. जबकि इस दौरान फर्म को पालिका प्रशासन की ओर से लाखों रुपये का भुगतान किया गया. हाल ही में पालिका प्रशासन ने जेसीबी और ट्रैक्टर ट्रॉली लगाकर कूड़े को कोतवाली तिराहे के निकट न्यायलय भवन के लिए प्रस्तावित भूमि पर फेंका.

खुले वाहनों में कूडे़ की ढुलाई और ट्रंचिग ग्राउंड में कूड़े के ढेर से आसपास के लोगों का दुर्गंध के कारण सांस लेना मुश्किल हो गया. इसके अलावा कूड़े से डेंगू, मलेरिया समेत कई संक्रामक रोग फैलने का खतरा बना हुआ है. सभासद नीतू रानी और उनके पति कुलदीप वाल्मीकि ने आरोप लगाया कि जेसीबी और ट्रैक्टर ट्रॉली से कूड़े को इधर उधर फेंकने पर अनुमान के अनुसार लगभग 24 हजार रुपये खर्च किए गए. साथ ही फर्म को भी भुगतान किया गया. उन्होंने सरकारी पैसों के गबन का अंदेशा जताते हुए मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की है.

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