लक्सर: बसेड़ी खादर गांव में चल रहे प्रधानमंत्री आवास योजना में रिश्वतखोरी मामले की जांच शुरू हो गई है. डीएम के आदेश पर शुक्रवार को डीपीआरओ रमेश चंद त्रिपाठी ने बसेड़ी गांव पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल शुरू की. इस दौरान गांव वालों ने बयान दर्ज कराते हुए गांव के प्रधान पति पर प्रधानमंत्री आवास योजना के बहाने पैसे हड़पने का आरोप लगाया है. उनका आरोप है कि प्रधान पति ने उनसे योजना के तहत रिश्वत वसूली थी, लेकिन उन्हें आज तक योजना का कोई लाभ नहीं मिला है. इसके साथ ही प्रधान पति उन्हें पैसा लौटाने के बजाय गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देता है.
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बता दें कि लक्सर के बसेड़ी गांव के 21 लोगों ने डीएम को प्रार्थनापत्र देकर रिश्वतखोरी मामले की शिकायत की थी. जिसमें उन्होंने गांव के प्रधान पति और उसके परिवार के लोगों पर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास मुहैया कराने के एवज में रिश्वत लेने का आरोप लगाया था. उनका आरोप था कि प्रधान पति ने उन लोगों से 30-30 हजार रुपये बतौर सुविधा शुल्क वसूले थे, लेकिन दो साल से भी अधिक समय बीत जाने के बावजूद न तो उन्हें आवास मिल सके हैं और न ही उनका पैसा लौटाया गया है. जिसके बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए डीपीआरओ रमेशचंद्र त्रिपाठी को मामले की जांच सौंपी गई थी. इसी को लेकर आज उन्होंने गांव पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है.
मामले को लेकर डीपीआरओ रमेशचंद्र त्रिपाठी ने बताया कि मामला गंभीर है. इसकी पूरी तरह से जांच होने के बाद ही उचित कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि गांव के लोगों ने प्रधान पति और उसके परिवार वालों पर रिश्वत लेने और धमकी देने के आरोप लगाए हैं. इसी को देखते हुए मामले की गंभीर जांच की जाएगी. इसके बाद ही कोई निर्णय निकलकर सामने आएगा.