रुड़की: रक्तदान जीवनदान है. हमारे द्वारा किया गया रक्तदान कई जिंदगियों को बचाता है. इस बात का अहसास हमें तब होता है जब हमारा कोई अपना खून के लिए जिंदगी और मौत के बीच जूझता है. कई बार जिंदगी के दीपक सिर्फ इसलिए बुझ जाते हैं. क्योंकि उन्हें कुछ यूनिट खून नहीं मिल पाता. क्योंकि खून के बदले होता है हजारों रुपए का सौदा और बिना डोनर के ही दलाल ब्लड बैंक के बाहर जरूरतमंदों को खून बेचते नजर आते हैं.
रुड़की सिविल अस्पताल स्थित ब्लड बैंक इन दिनों दलालों के हवाले है. यहां पर खून का सौदा करने वाले कई दलाल सक्रिय रहते हैं, जिनका गिरोह काम करता है. अगर कोई जरूरतमंद रुड़की सिविल अस्पताल स्थित ब्लड बैंक में खून लेने जाता है, तो शुरू हो जाता है पैसों का खेल.
सिविल अस्पताल में हो रहा 'खून' का सौदा. ये भी पढ़ें:राज्य आंदोलनकारियों की जुबानी, खटीमा और मसूरी गोलीकांड की कहानी
रुड़की सिविल अस्पताल स्थित ब्लड बैंक के बाहर का वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें लाल शर्ट पहले दलाला मरीज के परिजन से खून का सौदा कर रहा है. वीडियो में एक यूनिट खून देने के बदले दलाल मरीज के परिजन से 1300 से 4000 के बीच की डिमांड करता नजर आ रहा है.
कोरोना संकटकाल में खून के नाम पर जमकर लूटपाट हो रही है और रुड़की सिविल अस्पताल के अधिकारियों की चुप्पी कहीं न कहीं इस बड़े खेल से पर्दा न उठने का संकेत दे रही है. पूरे मामले में सीएमएस डॉ. संजय कंसल का कहना है कि आरोपी स्वास्थकर्मी को यहां से हटाकर दूसरी जगह का कार्यभार दिया गया है, इससे साफ जाहिर होता है कि रुड़की सिविल अस्पताल स्थित ब्लड बैंक में किस पैमाने पर गोलमाल किया जा रहा है.