हरिद्वार/देहरादून: हरिद्वार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव ने बीजेपी जिला पंयायत सदस्यों की 44 में से 14 सीटों पर कब्जा कर लिया है. बीजेपी इस जीत को अपनी बड़ी जीत करार दिया है. ऐसे में बीजेपी नेता दावा कर रहे है कि आगामी जिला पंचायत अध्यक्ष भी उनका ही बनने जा रहा है. वहीं, कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी इससे ज्यादा खुश न हो, क्योंकि अधिकाशं सदस्य निर्दलीय जीते हैं. वहीं, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने तो जीते हुए प्रत्याशियों से अपील की है कि वे धन पशुओं से दूरी बनाकर रखें.
बीजेपी के जिला पंचायत अध्यक्ष बनने के दावे पर कांग्रेस के प्रवक्ता शीशपाल बिष्ट ने कहा कि भाजपा को ज्यादा खुश होने की जरूरत नहीं है. क्योंकि 44 में से 8 कांग्रेस और 8 बसपा के प्रत्याशी जीते हैं. जबकि, ज्यादातर प्रत्याशी निर्दलीय चुनकर आए हैं. ऐसे में कांग्रेस पार्टी ने दावा किया है कि जो निर्दलीय चुनकर आए हैं, उनमें से ज्यादातर कांग्रेस के नेता रह चुके हैं. ऐसे में उनके साथ मंत्रणा कर जल्द ही हरिद्वार में कांग्रेस अपना जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने जा रही है.
जिपं अध्यक्ष की कुर्सी के लिए जंग शुरू. पढ़ें- ह रिद्वार पंचायत चुनाव में AIMIM की एंट्री, दो समर्थित प्रत्याशियों ने जिला पंचायत चुनाव जीता वहीं, कांग्रेस को डर भी सता रहा है कि बीजेपी अपना जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने के लिए सदस्यों की खरीद फरोख्त कर सकती है. ऐसे में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने जिला पंयायत सदस्य का चुनाव जीते हुए गैर भाजपाई सदस्यों से आग्रह किया है कि वे पशुओं से दूरी बनाकर रखें. काबिल उम्मीदवारों के साथ खड़े रहे. माहरा ने कहा कि बीजेपी के कारण ग्राणीण इलाकों में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसीलिए एकजुट होकर योग्य व्यक्ति को आगे लाएं.
बता दें कि हरिद्वार में जिला पंचायत सदस्य की 44 सीटें हैं. ऐसे में बहुमत के लिए 23 का आंकड़ा होना जरूरी है. बीजेपी के पास अभी 14 सीटें हैं, जबकि कांग्रेस के पास 8 और बसपा के पास 8 सीटें हैं. बाकी सभी प्रत्याशी निर्दलीय चुनकर आए हैं. ऐसे में सियासी गणित को देखा जाए तो बीजेपी को अभी नौ और सदस्यों की जरूरत है, जबकि कांग्रेस और बसपा के गठबंधन को 7 सदस्यों की आवश्यकता है. ऐसे में देखना होगा कि हरिद्वार में किस पार्टी का जिला पंचायत अध्यक्ष होगा.