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भीम आर्मी ने मिल प्रबंधन पर लगाया वादखिलाफी का आरोप, जमकर किया हंगामा

पीपली गांव निवासी देशराज का पुत्र पंथ कुमार की 3 मार्च को मिल की डिस्टिलरी से निकलने वाले केमिकल युक्त पानी के टैंकर में गिरकर मौत हो गई थी. भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने मिल प्रबंधन पर पीड़ित परिवार के एक सदस्य को नौकरी और मुआवजा देने के वादे से मुकरने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया.

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Published : Mar 29, 2019, 10:15 PM IST

भीम आर्मी ने धरना दिया

हरिद्वारः एक माह पूर्व लक्सर चीनी मिल के टैंकर में डूबने से युवक की मौत हो गई थी. जिसके बाद परिजनों ने मिल प्रबंधन से मुआवजे और नौकरी की मांग की थी. शुक्रवार को अपनी मांग को लेकर मृतक के परिजनों ने चीनी मिल के बाहर धरना दिया. वहीं, इस मौके पर भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने भी धरने में शामिल होकर मिल प्रबंधन पर पीड़ित परिवार के एक सदस्य को नौकरी और मुआवजा देने के वादे से मुकरने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया.

भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने मृतक के परिजनों को मुआवजा और नौकरी की मांग को लेकर धरना दिया.

आपको बता दें कि लक्सर के पीपली गांव निवासी देशराज का पुत्र पंथ कुमार की 3 मार्च को मिल की डिस्टिलरी से निकलने वाले केमिकल युक्त पानी के टैंकर में गिरकर मौत हो गई थी. उसकी मौत के बाद लोगों ने कई घंटे तक मिल में हंगामा किया था. बाद में मृतक के परिवार के एक सदस्य को मिल में नौकरी देने व पांच लाख के मुआवजे के लिखित आश्वासन पर दोनों पक्षों का समझौता हो गया था.


शुक्रवार को परिजनों ने भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष महक सिंह की अगुवाई सैकड़ों कार्यकर्त्ताओं के साथ मिल परिसर में पहुंचे तथा हंगामा शुरू कर दिया. उनका कहना था, कि मिल प्रबंधन लिखित समझौते की एक भी शर्त को पूरा नहीं कर रहा है. अभी तक मृतक के परिजनों को न तो मुआवजे की रकम का भुगतान किया गया है और न ही उसके परिवार के किसी सदस्य को नौकरी देने की कार्रवाई शुरू की गई है.

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उनका आरोप था कि मुआवजा व नौकरी देने के काम में मिल प्रबंधन रोजाना नया अड़ंगा लगा रहा है. भीम आर्मी के पदाधिकारियों ने मिल के महाप्रबंधक को मौके पर आकर वार्ता करने की मांग की. कई घंटे चले हंगामे प्रदर्शन के बाद मिल प्रबंधन से इनकी वार्ता हुई और जिसमें प्रबंधन ने उनकी बात मान ली. इसके बाद मामला शांत हुआ.

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