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हरिद्वार में भैरव सेना ने फूंका चिदानंद मुनि का पुतला, सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने की कही बात

भैरव सेना ने हरिद्वार में स्वामी चिदानंद मुनि का पुतला फूंका. उन्होंने स्वामी चिदानंद मुनि से सार्वजनिक तौर से माफी मांगने की मांग की है. भैरव सेना ने कहा संत समाज को इस तरह का कार्य करना शोभा नहीं देता है. क्या कभी मुसलमानों ने अपने मस्जिदों में बैठाकर हनुमान चालीसा पढ़वाई हैं जो हमारे संत होने के नाते वह अपने आश्रम में बुलाकर नमाज पढ़वा रहे हैं?

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हरिद्वार में भैरव सेना ने फूंका चिदानंद मुनि का पुतला

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Published : Mar 30, 2022, 3:43 PM IST

हरिद्वार: परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद मुनि की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. आज हरिद्वार में भैरव सेना ने परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद का पुतला फूंककर प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने स्वामी चिदानंद मुर्दाबाद के नारे भी लगाए. भैरव सेना ने कहा स्वामी चिदानंद मुनि को माफी मांगनी चाहिए. साथ ही उन्हें इसके लिए सार्वजनिक रूप से बयान जारी करना चाहिए.

भैरव सेना की प्रदेश अध्यक्ष मिनी आदित्य पुरी ने कहा संत समाज को इस तरह का कार्य करना शोभा नहीं देता है. क्या कभी मुसलमानों ने अपने मस्जिदों में बैठाकर हनुमान चालीसा पढ़वाई हैं जो हमारे संत होने के नाते वह अपने आश्रम में बुलाकर नमाज पढ़वा रहे हैं? इस तरह का कृत्य कर कर हिंदुओं की भावना के साथ स्वामी चिदानंद मुनि ने खिलवाड़ किया है. उन्हें सार्वजनिक तौर पर माफी मांगी चाहिए.

हरिद्वार में भैरव सेना ने फूंका चिदानंद मुनि का पुतला

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बता दें कि सोशल मीडिया पर स्वामी चिदानंद मुनि की फोटो वायरल हो रही है, जिसमें ऋषिकेश के वरिष्ठ संत चिदानंद मुनि अपने आश्रम में कुछ मुस्लिम नेताओं के साथ बैठे हैं, जिसमें ऐसा लग रहा है कि मुस्लिम नेता उनके ऋषिकेश आश्रम में नमाज पढ़ रहे हों. फोटो के वायरल होने के बाद से ही हरिद्वार के संत स्वामी चिदानंद मुनि के खिलाफ मोर्चा खोले बैठे हैं.

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चार साल पुरानी फोटो की जा रही वायरल:इस मामले पर स्वामी चिदानंद का कहना है कि जिन फोटो को वायरल किया जा रहा है वह फोटो 4 साल पुरानी हैं. हमारे द्वारा इन फोटो में जो भी सज्जन दिख रहे हैं, उनसब के साथ 4 साल पहले 15 अगस्त के दिन तिरंगा फहराया गया था. अब इन तस्वीरों को उपयोग किसी गलत नीयत के तहत किया जा रहा है, जो गलत है.

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