हरिद्वार:धर्मनगरी महाकुंभ के आयोजन की तैयारियां अंतिम दौर में है और 27 फरवरी से महाकुंभ का आगाज होने जा रहा है. इस दौरान कुंभ मेला प्राधिकरण संन्यासी अखाड़ों में कई कार्य करवा रहा है. वहीं, बैरागी संतो ने मेला प्राधिकरण पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए बैरागी अखाड़ों की छावनी स्थलों पर अतिक्रमण को हटाए जाने और बैरागियों की छावनी के कार्य जल्द शुरू किए जाने की मांग की है.
हरिद्वार कुंभ मेला प्रशासन को बैरागी संतों का अल्टीमेटम. पढ़ें:रेलमंत्री ने माना अनिल बलूनी का सुझाव, सिद्धबली और पूर्णागिरी होगा इन ट्रेनों का नाम
जगन्नाथ धाम ट्रस्ट के संत महंत लोकेश दास ने एक बार फिर कुंभ मेला प्रशासन पर भेदभाव का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि कुंभ मेला शुरू होने को है, लेकिन मेला प्रशासन ने अभी तक बैरागियों की छावनियों के लिए आरक्षित क्षेत्र से अतिक्रमण नहीं हटवाया है और न ही बैरागियों की छावनी क्षेत्र में कुंभ कार्य शुरू किए गए हैं.
जबकि इस संबंध में बैरागी अखाड़ों के संतों ने कई बार मेला प्रशासन को पत्र लिखकर कार्य शुरू किए जाने और अतिक्रमण हटाने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि अभी तो बैरागी संत हाथ जोड़ कर मांग कर रहे हैं, लेकिन मेला प्रशासन ने कार्य जल्द शुरू नहीं किए तो बैरागी संत शांत नहीं बैठेगा.