उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

गुरुकुल महाविद्यालय का रामदेव पर बड़ा आरोप, कहा- जमीन हथियाना चाहते हैं बाबा, पतंजलि का ये जवाब - गुरुकुल महाविद्यालय की सैकड़ों बीघा जमीन

हरिद्वार में आर्य समाज के सिद्धांतों पर आधारित गुरुकुल महाविद्यालय की स्थापना स्वामी दर्शनानंद के द्वारा की गई थी, जिसे आज पतंजलि के साथ विलय करने की बात की जा रही है. इसके चलते दो गुटों में इसके फैसले को लेकर संघर्ष चल रहा है.

baba ramdev eye on land of gurukul mahavidyalaya
गुरुकुल महाविद्यालय की बेशकीमती जमीन पर बाबा रामदेव की नजर

By

Published : May 13, 2023, 6:15 PM IST

Updated : May 13, 2023, 7:26 PM IST

गुरुकुल महाविद्यालय की बेशकीमती जमीन को लेकर विवाद.

हरिद्वार:वर्ष1907 में स्वामी दर्शनानंद द्वारा आर्य समाज के सिद्धांतों पर आधारित गुरुकुल कांगड़ी के नजदीक ही स्थित गुरुकुल महाविद्यालय की स्थापना की गई थी. कभी 1 रुपये के दान और एक छात्र के साथ शुरू हुए इस महाविद्यालय की करीब 350 बीघा जमीन पर इनदिनों विवाद छिड़ गया है. इसमें एक गुट ने पतंजलि योगपीठ पर आरोप लगाया है. वहीं, इसको लेकर पतंजलि की ओर से जवाब भी आया है.

करोड़ों में है महाविद्यालय की जमीन की कीमत: दरअसल, गुरुकुल महाविद्यालय जिस जगह पर स्थित है, उस स्थान की जमीन की कीमत आज नेशनल हाईवे से सटे होने के कारण कई सौ करोड़ों में हैं. इसी कारण पिछले कुछ वर्षों से संस्था पर आधिपत्य को लेकर दो गुटों में संघर्ष चल रहा है. इसमें एक पक्ष जो वर्तमान में महाविद्यालय पर काबिज है उसने दूसरे पक्ष पर आरोप लगाया है कि वो योगगुरु बाबा रामदेव के साथ मिलकर इस आर्य समाज की संस्था को समाप्त करना चाहते हैं.
यह भी पढ़ें:Chardham Yatra 2023: केदार धाम में ज्यादा बीमार हो रहे श्रद्धालु, यमुनोत्री धाम में सबसे अधिक हेल्थ स्क्रीनिंग

दो गुटों के बीच चल रहा संघर्ष: गुरुकुल महाविद्यालय की सैकड़ों बीघा की संपत्ति को लेकर चली आ रही दो गुटों की लड़ाई में अब पतंजलि योगपीठ भी शामिल हो गया है. महाविद्यालय के एक गुट ने पतंजलि योगपीठ के साथ इस संपत्ति का एकीकरण करने का प्रस्ताव दिया है, इसको लेकर पतंजलि योगपीठ में कल अंतरंग सभा की बैठक होने जा रही है. अब महाविद्यालय में सक्रिय दूसरे गुट ने प्रेस वार्ता कर इसका विरोध किया है. उनका कहना है कि गुरुकुल महाविद्यालय की संपत्ति को किसी भी कीमत पर खुर्दबुर्द नहीं होने दिया जाएगा. यह आर्य समाज का एक केंद्र है और अगर इसकी रक्षा के लिए बलिदान भी देना पड़ा तो वो पीछे नहीं हटेंगे. प्रेस वार्ता में स्वामी रामदेव के पूर्व सहयोगी रहे आचार्य कर्मवीर और गुरुकुल महाविद्यालय की प्रबंधन कमेटी के विभिन्न पदाधिकारी मौजूद रहे.

पतंजलि का जवाब:वहीं, बाबा रामदेव पर लगे आरोपों पर ईटीवी भारत ने उनका पक्ष जानना चाहा. पतंजलि की ओर से प्रवक्ता तिजारावाला से फोन पर बात हुई. उन्होंने कहा कि पतंजलि का गुरुकुल महाविद्यालय का उद्धार करने का मन है, न कि गुरुकुल महाविद्यालय पर कब्जा करने का. गुरुकुल महाविद्यालय अपने आप में एक प्रमुख स्थल है, जो कि विद्वानों द्वारा स्थापित किया गया है. यदि उसे डिवेलप करने के लिए पतंजलि कुछ कर पाए तो यह पतंजलि का सौभाग्य होगा.

Last Updated : May 13, 2023, 7:26 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details